NRDA और जिला पंचायत द्वारा मनरेगा के तहत बन रहे सड़क पर रोक लगाने से कोटनी के ग्रामीण आर पार के मूड में
आरंग। मनरेगा के अंतर्गत कोटनी से कुहेरा मार्ग का उन्नयन कार्य प्रारम्भ किया गया है ताकि आवागमन सुगम हो सके, वहीं उसके आस पास के 8.47 एकड़ शासकीय जमीन को NRDA
के अधिकारियों द्वारा बिना किसी सूचना इस्तेहार और बिना किसी पंचायत प्रस्ताव के निजी कलिंगा विश्वविद्यालय को 30 साल के लिये लीज में दिसम्बर 2021 को दे दिया गया, जबकी यह शासकीय भूमि गौठान के लिए पूर्व में जनवरी 2021 ग्राम पंचायत कोटनी को जिला पंचायत रायपुर द्वारा गौठान निर्माण के लिए आदेशित किया गया था, अब उसी जमीन में मुख्य मार्ग से कुहेरा जाने का मार्ग में जनहित के लिये मनरेगा के तहत कार्य कराया जा रहा।
जिसे जिला पंचायत सीईओ द्वारा मनरेगा के सम्बंधित अधिकारी के माध्यम से सरपंच को फ़ोन कर काम रोकने के लिए कहा जा रहा है,फिर भी जिला सदस्य माखन कुर्रे जनपद सदस्य देवराज जांगड़े और सरपंच राजेश साहू एवम समस्त ग्रामवासियों के द्वारा आज भी कार्य किया गया है, सभी ग्रामीणों का कहना है कि अगर सरकार काम से मना करती है तो मना करने दो हम सब ग्रामवासी श्रमदान करके अपने गांव के जमीन को रास्ते को किसी भी हाल में कलिंगा वाले को कब्जा करने नही देंगे।
सरकार एक तरफ कहती नरवा गरवा घुरवा और बाड़ी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है वही इधर काम करने पर ग्रामीणों को सताया जा रहा है ये कैसा दोहरा नीति हैं।