छत्तीसगढ़ मे भ्रष्टाचार का मामले में खाद्यमंत्री भगत ने लिया संज्ञान, सरपंच सचिव ने किया गबन
सरगुजा । जिले के सीतापुर विकासखंड के ग्राम पंचायत चिडापारा में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है..ग्राम पंचायत के पंच सहित ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच और सचिव ने मिलकर कई कार्यो के लिए स्वीकृत राशि का गबन किया है..जबकि ग्राम पंचायत में निर्माण कार्य हुआ ही नहीं है इस मामले को संज्ञान में लेते हुए खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने जांच का आश्वासन दिया है।
दरसअल सरगुजा जिले के सीतापुर विकासखंड ग्राम पंचायत चिडापारा के सरपंच एवं सचिव द्वारा राशि गबन का मामला सामने आया है क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कई कार्य स्वीकृत जरूर हुए परंतु उसे पूर्ण कराकर उसकी पूरी राशि निकाल लिए जाने का आरोप पंच और ग्राम वासियों ने सरपंच एवं सचिव पर लगाया है..ग्राम वासियों का यह स्पष्ट रूप से आरोप है कि ग्राम पंचायत चिड़ापारा में सरपंच एवं सचिव द्वारा कई काम की पूरी राशि का गबन कर दिया गया है और कार्य नहीं किया गया है।
इसके साथ-साथ सही तरीके से कभी भी मासिक बैठक एवं ग्राम सभा नहीं लिया गया है..ग्राम वासियों ने बैठक रजिस्टर की जांच की भी मांग की है..ग्रामवासी पूरी तरह से अब सरपंच सचिव के इन करतूतों से परेशान हो चुके हैं..ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल निर्माण, समुदाय शौचालय निर्माण, वाटर शेड निर्माण, सी.सी. सड़क निर्माण, बोर खनन, सड़क मरम्मत, मास्क वितरण, जीवन रक्षक चावल सेनेटाइजर, स्टेशनरी सामान, कम्प्यूटर खरीदी, लिपाई-पोताई, गोठान में तार घेरावा, नाली निर्माण, नाली सफाई, स्ट्रीट लाइट, शौचालय मरम्मत, चबुतरा निर्माण, ढोढ़ी निर्माण नहानी घर जैसे कार्यों का फर्जी प्रस्ताव बनाकर बार-बार राशि आहरण कर लिया गया है..लेकिन कार्य नहीं किया गया है।
वही ग्राम वासियों ने मांग करते हुए कहा कि ग्राम पंचायत चिडापारा के सरपंच सचिव के समस्त दस्तावेज एवं उनके द्वारा किए गए समस्त कार्यों की भौतिक सत्यापन किए जाने पर अनेक तरह की काली करतूत उजागर होने की संभावना है..रोकड़ बही से बैंक स्टेटमेंट का मिलान नहीं होता है जिसका जांच स्पष्ट रूप से आवेदक के समक्ष किया जाए दोषी पाये जाने पर उचित कार्यवाही की जाए..इस पूरे मामले में सीतापुर क्षेत्र के विधायक एवं खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर सरपंच सचिव के द्वारा बिना काम किए राशि का आहरण कर लिया गया है और यह बात प्रमाणित पाई जाती है तो उन पर जरूर कार्रवाई की जाएगी।