छत्तीसगढ़ के इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स ने बनाई अनोखी बाइसिकल:आधा यूनिट बिजली से फुल चार्ज,8 पैसे की लागत में 25 किलोमीटर दौड़ेगी; चोरी होने का भी डर नहीं
दुर्ग। जिले में संचालित रुंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज के बीई इलेक्ट्रिकल फाइनल ईयर के छात्र ने एक अनोखी ई बाइसिकल बनाई है। इसकी साइकिल की खासियत यह है कि इसकी बैटरी महज आधा यूनिट बिजली से फुल चार्ज हो जाती है। यह मात्र 8 पैसे या उससे भी कम लागत में 250 किलोग्राम का वजन लेकर 25 किलोमीटर की दूरी तय करती है। इसमें दूसरी ई साइकिल से अधिक स्पीड भी है। यह 35 किलोमीटर प्रति घंटे की टॉप स्पीड से सड़कों पर दौड़ सकती है।
साइकिल को इंजीनियरिंग फाइनल ईयर के 6 स्टूडेंट्स ने मिलकर बनाया है। इसमें पल्ल्व चटर्जी, अभिषेक उर्वशा, प्रखर चंद्राकर, प्रांशू मित्तल, मोहन कुमार और जयंत टंडन शामिल हैं। इस बारे में जब पल्लव चटर्जी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्होंने यह साइकिल मात्र 12 हजार रुपए के खर्च में तैयार की है। यह एक हाइब्रिड ईवी साइकिल है। इसे बाजार में आने वाली इलेक्ट्रिक साइकिल से अधिक हाई टेक फीचर के साथ तैयार किया गया है। इस साइकिल में एंट्री थ्रेप्ट अलार्म सिस्टम लगा है जो कि साइकिल को चोरी होने से बचाएगा। दुर्घटना की स्थिति में यह संबंधित के फोन पर मैसेज भेजकर सूचना भी देगा। इसके साथ ही इसमें खास एलईडी लाइट का सेटअप लगाया गया है।
लिथियम आयरन फॉस्फेट बैटरी का किया इस्तेमाल
इस साइकिल में 36 वोल्ट की मोटर को चलाने के लिए लिथियम आयरन फॉस्फेट बैटरी का उपयोग किया गया है। यह बाजार में आने वाले लिथियम आयरन बैटरी से अलग है। इस बैटरी में विस्फोट का बिल्कुल डर नहीं है। इतना ही नहीं इस बैटरी की लाइफ 8 से 10 साल तक है। कोई भी मेंटेनेंस की जरूरत नहीं है।
बाजार में उतारने की चल रही तैयारी
इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स इस ई साइकिल को बाजार में लाने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए साइकिल कंपनियों से बात चल रही है। जिसके बाद इसे बाजार में भी उतारा जाएगा। इसकी कीमत अन्य ई-साइकिल से 30 फीसदी तक कम होगी।
प्रोजेक्ट तैयार करने में टीचर्स की अहम भूमिका
इस ई साइकिल को तैयार करने में इलेक्ट्रिकल विभाग हेड डॉ. अलबर्ट जॉन वर्गीस और डीन डॉ. एस भारती का विशेष योगदान रहा है। डॉ जॉन ने बताया कि जब स्टूडेंट्स उनके पास इस प्रोजेक्ट को लेकर आए तो उन्होंने कहा कि ऐसी साइकिल तो बाजार में बहुत आ चुकी है। इस पर उन्होंने कुछ अलग बनाने के लिए कहा था। इसके बाद उनके मार्गदर्शन में स्टूडेंट्स ने काफी कम लागत में बाजार से बेहतर और हाई टेक ई साइकिल तैयार की है।