गरियाबंद में उप संचालक ने DFO का फर्जी दस्तखत कर वन विभाग के खाते से निकाले 6.50 लाख रुपए, एक साल बाद चढ़ा पुलिस के हत्थे
गरियाबंद। जिला मुख्यालय उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के एक साल से फरार चल रहे उप संचालक को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के उप संचालक ने DFO का फ़र्ज़ी दस्तखत कर वन विभाग के खाता से 6,50,489 रुपये निकाल लिए। इसके बाद आरोपी फरार हो गया, पुलिस ने आरोपी के उपर पांच हज़ार का ईनाम भी रखा था। मामले में पुलिस ने अब आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल, पूरा मामला जिला मुख्यालय गरियाबंद स्थित उदन्ती सीतानदी टाइगर रिजर्व का है। जहां वर्ष 2020-21 में कार्यालय स्टाफ के द्वारा वन विभाग के खाता से 6,50,489 रुपये का गबन की घटना प्रकाश में आया था। आरोपी ने जिसके बाद वन विभाग द्वारा विभागीय जांच कराया गया। विभागीय जांच में पाया गया कि उप संचालक उमेश राजपूत ने फर्जी तरीके से वन विभाग के नाम से जारी चेकबुक को अपने पास रखकर DFO का फर्जी दस्तखत कर लगभग एक वर्ष के भीतर अलग-अलग समय मे कुल 37 चेकों के माध्यम से 6,50,489 रुपये का गबन किया गया है। जिसके उपरान्त दिनांक 22-02-2021 को अंकुश उपाध्याय पिता के.एल. उपाध्याय उम्र 30 साल निवासी पैरिकालोनी गरियाबंद की रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस ने बताया इस घटना की जानकारी जिले के आला अधिकारियों को डी गई। जिसके बाद पुलिस कप्तान जे.आर. ठाकुर के दिशा-निर्देश, कोतवाली थाना प्रभारी सत्येन्द्र सिंह के नेतृत्व में टीम गठित कर तलाश किया गया। पता तलाश दौरान मुखबिर सूचना के आधार उप संचालक महेश राजपूत को धवलपुर से घेराबंदी कर पकड़ा गया। पूछताछ करने पर आरोपी ने जुर्म स्वीकार कर लिया। जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया।