इस जिले के वन परिक्षेत्र के तालाब में पानी पीने आए हिरण को शिकारियों ने तीर मारकर किया शिकार
गरियाबंद।वनमण्डल के पांडुका वन परिक्षेत्र तिलईदादर बीट के सड़क किनारे आज सुबह तड़के 5 बजे एक हिरन तालाब में तैरते पाया गया जिसे गांव के ग्रामीणों ने तालाब से बाहर निकाला। जब ग्रामीणों ने हिरन को तालाब से बाहर निकाला तो हिरन के पेट मे तीर लगा हुआ था तालाब से बाहर निकालते ही जंगली हिरन की सांसे थम गई।
ग्रामीणों ने इसकी जानकारी वन परिक्षेत्र अधिकारी पांडुका को दूरभाष से दी जिसके बाद वन अमला घटना स्थल पर पहुचे। वन विभाग द्वारा हिरन के शिकारियों को पकड़ने इस बार डॉग स्क्वायड की मदद ली गई रायपुर से डॉग स्क्वायड की टीम लगभग ढाई बजे के करीब घटना स्थल पहुची जहा डॉग स्क्वायड द्वारा घटना स्थल का मुयायना कर डॉग की मदद ली गई लेकिन डॉग स्क्वायड को भी कोई ठोस जानकारी नही दे पाई मृत हिरन को देखने लोगो का हुजूम लग गई शिकारियों को पकड़ने वन अमला द्वारा घन्टो मशक्कत किया गया लेकिन वन विभाग को कामयाबी नही मिली।
गर्मी के मौसम में जंगली जानवरों का शिकार में होती है इजाफा गर्मी के मौसम में जंगल के नदी नाले व पोखर पूरी तरह सूख जाते है जिसके कारण जंगली जानवर पानी की तलाश में गांवों की तरफ रुख करने लगते है और शिकारियों का शिकार हो जाते है। इससे पहले भी कई जंगली जानवर हो चुके है शिकारियों के शिकार गरियाबंद वनमण्डल में कई जंगली जानवर का शिकार हो चुका है खासकर गर्मी के दिनों में शिकारियों को आसानी से जंगली जानवरों का शिकार करने बनता है क्योंकि गर्मी के दिनों में जानवर पानी के तालाश में गांव की तरफ पहुचते है और यही बनती है जानवरो की मौत की वजह।
तीर लगने से मृत हिरन की पोस्टमार्टम के लिये छुरा से पशु चिकित्सक बुलवाया गया पशु चिकित्सक द्वारा मृत हिरन का पोस्टमार्टम देर शाम को किया गया जिसके बाद वन विभाग द्वारा मृत हिरन का दाहसंस्कार किया गया। पांडुका वन परिक्षेत्र अधिकारी तरुण तिवारी ने बताया कि शिकारियों को पकड़ने के लिये डॉग स्क्वायड की मदद ली गई लेकिन हिरन के तालाब तैरने के कारण डॉग स्क्वायड को कोई ठोस सबूत नही मिल पाया फिर भी वन विभाग द्वारा शिकारियों का पतासाजी कर रही है।