लखनपुर। अमेरा खूली खदान से सम्बद्ध गुमगराकला चिलबील कटकोना परसोढीकला पुहपुटरा गणेशपुर अन्य गांवों से अवैध कोयला तस्करी किये जाने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। अवैध खनन परिवहन थमने का नाम नहीं ले रहा। इसी फेहरिस्त में पुलिस महकमा के प्रशिक्षु IPS लखनपुर थाना प्रभारी के द्वारा 18 मई को अवैध कोयले तस्करी करते हुए 3 ट्रैक्टर 1 जे सी बी 1 स्कॉर्पियो 1 मोटरसाइकिल 9 नग मोबाइल सहित नगद राशि 40 हजार रुपये जब्त की गई । साथ ही अवैध कोयला कारोबार में लिप्त मुख्य आरोपी सहित आठ लोग पकड़े गए उनके ऊपर कानूनी कार्यवाही की गई है। पुलिस के ताबड़तोड़ कार्यवाही से कोल माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है ।
दरअसल लखनपुर थाना क्षेत्र अमेरा खुली खदान से लगे गांव कोयले के अवैध कारोबार करने के लिए हमेशा से ही सुर्खियों में रहे है। अवैध कोयला तस्करी के रोकथाम का जमीनी हकीकत कुछ और ही है । चर्चा आम है कि कुछ विभागीय अधिकारी महज दिखावे के लिए खानापूर्ति करके धरपकड़ की करवाही करते है । और क्षेत्र में यह दिखावटी कार्यवाही लम्बे अर्से से चल रहा है । परंतु मौजूदा वक्त में तैनात प्रशिक्षु आई पी एस लखनपुर थाना प्रभारी थरॉबिंसन गुड़िया के आने से अवैध कोयला तस्करी कारोबार के रोकथाम में कसावट आने लगीं है। पूरे सजगता के साथ पुलिस द्वारा अवैध कोयला सौदागरों पर धीरे धीरे नकेल कसी जा रही है जिसमें मुख्य रुप से अवैध कोयले के कारोबारियों के ऊपर पुलिस का खौफ बढ़ने लगा है। गौरतलब है कि अभी कुछ माह पहले लखनपुर थाना क्षेत्र कोयलांचल गुमगरा कला और परसोढीकला, के जाने माने कोल माफिया भोले राजवाड़े के खिलाफ प्रशिक्षु आईपीएस थाना प्रभारी रॉबिंसन गुड़िया ने कार्यवाही की थी।
इसी श्रृंखला में एक बार फिर प्रशिक्षु आईपीएस लखनपुर थाना प्रभारी रॉबिंसन गुड़िया के द्वारा अवैध कोयला कारोबारियों के उपर सख्त कार्यवाही की गई है। उन्होंने बताया कि लखनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम चिलबिल कोल माफिया अमोल राजवाड़े के द्वारा लगातार अवैध कोयले का कारोबार किया जा रहा था । बुधवार के सुबह मुखबिर से सूचना मिली की अमेरा चिलबिल निवासी एवं कोयला का मुख्य तस्कर अमोल राजवाड़े के द्वारा नदी किनारे जेसीबी मशीन से गड्ढा खोद कर तीन ट्रैक्टरों में अवैध कोयला परिवहन कर ग्राम कंठी थाना क्षेत्र दरिमा में चिमनी भट्ठा में कोयला खपाने की फिराक में है जिससे चारों ओर पुलिस की तैनाती कर मौके से एक जेसीबी और तीन महिंद्रा ट्रैक्टर जिसमें दो ट्रैक्टरों में अवैध कोयला लोड कर चिमनी भट्ठा ग्राम कंठी ले जाया जा रहा था रंगे हाथ पकड़ा गया और चिमनी भट्ठा व्यवसाई को भी पुलिस हिरासत में लिया गया- हौसला देखिये
कोयला तस्कर स्कॉर्पियो वाहन में सायरन लगाकर निगरानी करता था और ट्रैक्टरों के आगे आगे चला करता था
यह भी बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी अमोल राजवाड़े बीच-बीच में सायरन का भी उपयोग करता था।
पुलिस के द्वारा इस बड़ी कार्रवाई में मुख्य आरोपी सहित आठ लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर-भेजा गया।
लखनपुर थाना प्रभारी और प्रशिक्षु आईपीएस रोबिनसन गुड़िया के द्वारा बताया गया कि इस अवैध कोयले के कारोबार में मुख्य आरोपी अमोल राजवाड़े पिता गोविंद रजवाड़ी उम्र 28 वर्ष निवासी ग्राम चिलबिल सहित अन्य 7 लोगों के ऊपर कार्यवाही की गई है।
जिसका नाम क्रम से इस प्रकार है हर केश्वर पिता देवता उम्र 32 वर्ष ग्राम चिलबिल थाना लखनपुर वहीं तीसरा प्रदीप नागेश पिता माधव उम्र 22 वर्ष निवासी ग्राम पुहपुटरा थाना लखनपुर चौथा आरोपी कृष्णा राम पिता नंदू राम उम्र 21 वर्ष निवासी ग्राम पुहपुटरा थाना लखनपुर वही पांचवा आरोपी उमेश्वर प्रसाद पिता रामप्रसाद उम्र 42 वर्ष निवासी चिलबिल थाना लखनपुर वही छठा आरोपी चिमनी ईट भट्ठा व्यवसायी शिवनंदन सिंह पिता राम सिंह उम्र 42 वर्ष ग्राम कंठी थाना दरिमा व आरोपी राम लखन राजवाड़े पिता रामफल राजवाड़े उम्र 50 वर्ष निवासी ग्राम कठी थाना दरिमा आरोपी रामाशंकर कुमार पिता उदेश कवर उम्र 63 वर्ष ग्राम कठी थाना दरिमा इन सभी आठों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेजा गया।
पूर्व में मुख्य आरोपी अमोल राजवाड़े के खिलाफ खनिज विभाग के द्वारा लखनपुर थाने में अपराध दर्ज कराई गई थी ।
इन सभी के ऊपर धारा 379, 34 के तहत तथा 1957 की धारा 21-(1) के तहत कार्रवाई की गई है। अवैध कोयला परिवहन एवं उत्खनन में की इस बड़ी कार्रवाई से कॉल माफियाओं में पूरे दिन मचा रहा हड़कंप।
क्षेत्र में आज जिस तरह से पुलिस विभाग के द्वारा अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन ट्रैक्टर एक जेसीबी मशीन एक इसकारपिओ एक मोटरसाइकिल और कोयले से प्राप्त ₹40000 नगद और 9 नग मोबाइल सेट की जब्ती कार्यवाही की गई है। इस पूरी कार्रवाई में मुख्य रूप से लखनपुर थाना प्रभारी प्रशिक्षु आईपीएस रॉबिंसन गुड़िया के नेतृत्व में सहायक उपनिरीक्षक अरुण गुप्ता डेबिट मींस प्रधान आरक्षक अनिल कमरे, नरेंद्र जांगड़े आरक्षक ज्ञान तिग्गा देवेंद्र सिंह की भूमिका काफी सराहनीय रही।