उमा राइस मिल और मोजो मशरूम के बढ़ते अत्याचार के खिलाफ तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
खरोरा। खरोरा तहसील के पिकरीडीह गांव में ग्रामीणजन, राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस संगठन के तत्वाधान मे पेंड्रावन जलाशय के सामने बने श्री उमा राइस मिल व मोजो मशरूम प्राईवेट लिमिटेड कंपनी के खिलाफ आज बाल श्रम दिवस के अवसर पर महिलाओं के साथ किए गए अत्याचार, दुर्व्यवहार के खिलाफ प्रदर्शन कर और कानूनी व्यवस्था के प्रति आक्रोश जताते हुए तहसीलदार को ज्ञापन दिया। पिकरीडीह गांव में स्थित श्री उमा राइस मिल और मोजो मशरूम कंपनी से कई तरह की विषाक्त, और बदबूदार पदार्थों को उत्सर्जित किया जाता इस कारण आस पास के वातावरण और एक स्वच्छ ग्रामीण परिसर दिन – प्रतिदिन प्रदूषित होते जा रहा है।
यहां के कर्मचारी शासन के नियमों का उलंघन कर मनमाने ढंग से कंपनी को संचालित कर रहे हैं, ग्रामीणों का शासन पर आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारी सब जानते हुए भी चुप्पी साधे हुए हैं, गांव में 2 कंपनी होते हुए भी कई ग्रामीणों को न्यूनतम मजदूरी , भेदभाव और वहां पर काम न मिलने के चलते बाहर काम करने जाना पड़ता है, क्योंकि ग्रामीणों को उनके काम का उचित न्यूनतम मजदूरी नहीं मिल पाती ग्रामीणों ने मांग किया है कि स्थानीय ग्रामीण जन को 90%काम दिया जाए,अन्यथा राइस मिल को ही बंद कर दिया जाए। उमा राइस मिल और मोजो मशरूम में कुछ ग्रामीण जन काम करते हैं उसमें से कुछ महिलाएं हैं तो कुछ पुरुष भी हैं, कार्यरत ग्रामीण महिलाओं का कहना है कि यहां उनके के साथ दुर्व्यवहार और भेदभाव किया जाता है। 3 महीने पहले राइस मिल में काम करने गई ग्राम माठ की एक गरीब विधवा महिला के साथ राइस मिल के मैनेजर संजय सिंह ने सुपरवाइजर के साथ मिलकर महिला के साथ बलात्कार किया,इस घटना की रिपोर्ट महिला ने खरोरा थाने में 15 फ़रवरी को करा दी थी,इस घटना को हुए 3महीने बीत चुके हैं लेकिन आरोपी अभी भी आजाद घूम रहा है, बलात्कार और न्याय नहीं मिलने कारण बंगोली की नवयुवती ने हाल ही मे सुसाइड कर लिया जिसके कारण ग्रामीण जन का आक्रोश शासन प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन का रूप ले रही है , ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि आरोपी मैनेजर संजय सिंह को जल्द से जल्द, गिरफ्तार किया जाए और महिला और उसके परिवार वालों को न्याय दिया जाए। लेकिन खरोरा पुलिस अभी भी सोई हुई है और आरोपी को खुला छोड़ दिए हैं। सरकार हमेशा नारी शसक्तीकरण की बात करती है, कहते है कि आज महिलाएं शसक्त और सुरक्षित है, महिलाएं पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर तो चल रही है लेकिन उसी समाज के अंदर कुछ ऐसे दानव भी है जो महिलाओं को हिन दृष्टि से देखते हैं और बलात्कार ,मर्डर जैसे कई अपराधों को जन्म देते हैं, महिलाओं की सुरक्षा की बात की जाती है लेकिन आज भी महिलाएं सुरक्षित नहीं है। प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही और रिश्वतखोरी के चलते आज ऐसे हजारों बलात्कारी आजाद घूम रहे हैं और नई- नई आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं। इसमें प्रशासन की भी जवाबदारी उतनी ही है जितना की आरोपी का। इन गतिविधियों के चलते ग्रामीण जन अधिक आक्रोश में है और शासन से न्याय की गुहार लगाई है। ग्रामीणों ने 10 सूत्री मांगों को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
मांग पूरा नहीं होने पर राइस मिल और थाने का घेराव कर आंदोलन करने की बात ग्रामीण जन ने कहीं है। तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते समय लकेश्चर कोशले युवा नेता कांग्रेश,राजू ढीढी सरपंच धनसूली राजू गायकवाड़, नरेश नायक युवा नेता,ठाकुर राम वर्मा, राजेश्वरी, ऋतु वर्मा, किरण यदु , रमौती, फुलेश्वरी, आस पास के कांग्रेस कार्यकर्ता,बड़ी संख्या मे युवाओ के साथ ग्रामीण जन उपस्थित थे।