जांजगीर-चांपा मे राहुल के रेस्क्यू ऑपरेशन पर बनेगी डाक्यूमेंट्री, राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाली टीम करेगी निर्माण
जांजगीर-चांपा। जिले के पिहरीद गांव के बोरवेल में गिरे 10 साल के बच्चे राहुल साहू की घर वापसी हो चुकी है राहुल को देश के सबसे बड़े रेस्क्यू ऑपरेशन में 105 घंटे के अथक प्रयास से बाहर निकाला गया था। अब राहुल की खबरें हर रोज सुर्खियां बटोर रही है इसी कड़ी में एक और अच्छी खबर राहुल के गांव से आ रही है। जानकारी के मुताबिक राहुल के रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए जो गड्ढा खोदा गया था, आज उसे पाटा जा रहा है, और राहुल यह पूरा नजारा खुद बैठकर देखकर रहा है।
चर्चा यह भी है कि छत्तीसगढ़ी फिल्म भूलन की टीम राहुल के रेस्क्यू ऑपरेशन पर डाक्यूमेंट्री फिल्म बनाने जा रही है, जिसके लिए उनके द्वारा गुचपुच तरीके से मौके का निरीक्षण भी किया गया है। हालांकि प्रशासन के द्वारा फिलहाल इस मामले पर खुलकर बताया नही जा रहा है, मगर ग्रामीणों का कहना है भूलन फिल्म के डायरेक्टर मनोज वर्मा और उनकी टीम ने मौके का निरीक्षण किया ,है और ग्रामीणों से चर्चा भी की है।
दरअसल मालखरौदा थाना क्षेत्र के पिहरीद गांव में 10 जून को 10 वर्षीय राहुल साहू बोरवेल में लगभग 60 फिट नीचे गिर गया था, जिसे लगभग 106 घण्टे के रेस्क्यू आपेशन के बाद 15 जून को बोरवेल से बाहर निकालने में सफलता प्राप्त हुई। और 10 दिनों तक बिलासपुर के अपोलो हॉस्पिटल चले ईलाज के बाद राहुल 25 जून को स्वास्थ होकर अपने घर लौट चुका है। वापसी के दौरान राहुल का जमकर स्वागत किया गया, जिसमें प्रशासनिक अमला और ग्रामीणों के अलावा अलग अलग राज्यों की मीडिया भी मौजदू थी, और राहुल की वासपी ने भी जमकर सूर्खियां बटोरी।
गौरतलब है कि पिहरीद के ग्रामीण और किसान इस गड्ढे को लेकर लगातार चिंतित थे, उन्हे डर सता रहा था, कि कि इस गड्ढे में कहीं कोई इंसान या मवेशी ना गिर जाए, और गांव में एक नई अनहोनी ना घट जाए। इस मामले में को लेकर जिस किसान के खेत में खोदे गये गड्ढे का मलवा रखा गया था, उसने प्रशासन को पत्र भी लिखा है, वहीं ग्रामीणों ने भी प्रशासन से गुहार लगाई थी।