छत्तीसगढ़रायपुर

अमित जोगी ने लिखा पंचायत मंत्री टी॰एस॰ सिंह देव जी को पत्र

मरवाही में कंप्यूटर आपरेटर-वेंडर द्वारा DSC डोंगल से किए गए करोड़ों के भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच की मांग
झूठे आरोप में फंसे ग्राम सचिव गुलाब सिंह तिनगाम की आत्महत्या और उन्हें फंसाने वालों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की मांग
रायपुर | छत्तीसगढ़, दिनांक 20 अक्टूबर 2021। जनता काँग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेशाध्यक्ष, मरवाही विधानसभा के पूर्व विधायक, अमित जोगी ने आज पंचायत एवं ग्रामीण मंत्री श्री टी एस सिंह देव जी को पत्र लिखा जिसमें उन्होंने जनपद पंचायत मरवाही में कंप्यूटर आपरेटर और वेंडर द्वारा डी.एस.सी. डोंगल के माध्यम से किए गए करोड़ों रुपए के आर्थिक भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच एवं इस झूठे आरोप में फंसे ग्राम पंचायत मालाडांड के सचिव गुलाब सिंह तिनगाम द्वारा आत्महत्या किए जाने के मामले में उन्हें फंसाने वालों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की मांग की है
 अमित जोगी ने अपने पत्र में कहा जनपद पंचायत मरवाही अंतर्गत भ्रष्टाचार और रिकवरी के झूठे आरोप में फंसाए गए 12 पंचायतों के आदिवासी सरपंच सचिवों की ओर आकृष्ट करना चाहता हूं । यह अपने आप में ऐसा मामला है कि इसमें डी.एस.सी. का डोंगल एवं आईडी पासवर्ड जनपद कार्यालय में अपने पास रखकर उसके माध्यम से सप्लायर/वेंडर के खाते में करोड़ों रुपए ट्रांसफर करके भ्रष्टाचार कर दिया गया और उस भ्रष्टाचार में आदिवासी सरपंच सचिवों को फंसाकर प्रताड़ित किया जा रहा है। जिस प्रताड़ना से तंग आकर ग्राम पंचायत मालाडांड के सचिव गुलाब सिंह तिनगाम द्वारा दिनांक 18 अक्टूबर 2021 को आत्महत्या कर लिया गया। जबकि ग्राम पंचायत मालाडांड के सचिव गुलाब सिंह तिनगाम एवं सरपंच सोनू सिंह आर्मो ने मरवाही थाने में दिनांक 21 जून 2021 को लिखित शिकायत किया था कि जनपद कार्यालय मरवाही में जमा उनके डीएससी डोंगल के माध्यम से ऑपरेटर द्वारा द्विवेदी ट्रेडर्स को 2,60000 रुपए, अर्जुन सिंह को 3,75000 रुपए तथा तिपान कंप्यूटर को 74,546 रुपए ट्रांसफर कर दिया गया। यह जानकारी सरपंच सचिव को तब लगी जब उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक में संबंधित खाते की एंट्री कराई। इसके बाद उन्होंने जनपद सीईओ को उपरोक्त आर्थिक गड़बड़ी की शिकायत की थी लेकिन उस शिकायत पर अधिकारी ने कोई कार्यवाही नहीं की बल्कि उसके बाद अधिकारियों की शह पर संबंधित वेंडर ने दबाव पूर्वक 16 जून 21 को सरपंच सचिव से समस्त बिल पर यह कहकर हस्ताक्षर करा लिया था कि उसकी अधिकारियों से बात हो गई है अब किसी पर कोई कार्यवाही नहीं होगी। उसके बावजूद सरपंच सचिव को मामले में फंसाया गया जिसका नतीजा यह हुआ कि सचिव गुलाब सिंह तिनगाम ने प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर लिया। इसी तरह से 11 और पंचायतें हैं जिनमें इसी तरह के फर्जी तरीके से राशि को पंचायत के खाते से वेंडर/सप्लायर के खाते में ट्रांसफर किया गया है।
अमित जोगी ने जनपद पंचायत मरवाही में कंप्यूटर आपरेटर और वेंडर द्वारा डी.एस.सी. डोंगल के माध्यम से किए गए करोड़ों रुपए के आर्थिक भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच एवं इस झूठे आरोप में फंसे ग्राम पंचायत मालाडांड के सचिव गुलाब सिंह तिनगाम द्वारा आत्महत्या किए जाने के मामले में उन्हें फंसाने वालों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करने की मांग की है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button