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छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू से एक महिला की मौत

रायपुर | प्रदेश में कोरोना के बीच अब स्वाइन फ्लू ने लोगों को दहशत में डाल दिया है। देर रात स्वाइन फ्लू से एक महिला की मौत हो गई है। सांस लेने में तकलीफ के चलते बुजुर्ग महिला को रायपुर मेडिकल कॉलेज के डॉ. भीमराव आम्बेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां इलाज के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया। महिला को कुछ दिन पहले अस्पताल लाया गया था। छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू से अब तक चार मरीजों की मौत हो चुकी है।

छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू से चार साल की बच्ची ने पहले तोड़ा था दम
डॉक्टरों का कहना था, महिला को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। देर रात हुई मौत की वजह से इसे रिपोर्ट नहीं किया जा सका। सोमवार शाम को यह मामला सामने आया। छत्तीसगढ़ में इस साल स्वाइन फ्लू से पहली मौत चार साल की एक बच्ची की हुई थी। कवर्धा से आई इस बच्ची को संक्रमण की वजह से निमोनिया हो गया था। बाद में दो और मरीजों की मौत हुई।

सोमवार को 14 नए केस मिले
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक सोमवार को छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू के 14 नए केस सामने आए हैं। इसको मिलाकर पिछले एक महीने में प्रदेश में स्वाइन फ्लू के पीड़ितों की संख्या 115 तक पहुंच गई है। अभी भी 47 मरीजों का इलाज जारी है। रविवार शाम तक 54 एक्टिव मरीज थे।

संक्रमण से बचाव के लिए यह करना होगा
छत्तीसगढ़ में महामारी नियंत्रण विभाग के संचालक डॉ. सुभाष मिश्रा का कहना है, स्वाइन फ्लू संक्रमण से बचाव का सबसे बेहतर उपाय शारीरिक दूरी ही है। भीड़-भाड़ से परहेज करें। सार्वजनिक जगहों पर फेस मास्क लगाएं। हाथों को साबुन पानी अथवा सैनिटाइजर से धोते रहें। सर्दी-जुकाम की स्थिति में डॉक्टर से संपर्क कर संक्रमण की संभावना को टाला जा सकता है।

क्या है यह स्वाइन फ्लू
डॉक्टरों ने बताया, स्वाइन फ्लू या H1 N1 इंफ्लूएंजा भी सामान्य इंफ्लूएंजा यानी सर्दी-जुकाम जैसे लक्षणों वाला ही होता है। अंतर यह है कि सामान्य सर्दी-जुकाम अधिकतम तीन दिनों में ठीक हो जाता है। लेकिन स्वाइन फ्लू में यह कई दिनों तक चलता है। इससे श्वसन तंत्र को नुकसान पहुंचता है। छोटे बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और दिल, किडनी, फेफड़े, रक्तचाप, कैंसर आदि की बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के लिए यह फ्लू घातक हो सकता है।

यह लक्षण दिखें तो नजअंदाज न करें
डॉक्टरों का कहना है, स्वाइन फ्लू एक इंफ्लुएंजा वायरस की वजह से होता है जो सूअरों में पाया जाता है। तीन दिनों से अधिक समय तक 101 डिग्री से अधिक बुखार रह रहा हो, गले में खराश और सांस लेने में तकलीफ हो रही हो, नाक से पानी आ रहा हो या फिर नाक पूरी तरह बंद हो गई हो, थकान, भूख में कमी और उल्टी जैसे लक्षण स्वाइन फ्लू हो सकते हैं। अगर ऐसे लक्षण दिखें तो इसे नजर अंदाज न करें। तुरंत अस्पताल पहुंचकर जांच कराएं।

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