गरियाबंद | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल के बाद अब गरियाबंद जिले के कांडसर ग्राम के किसानों के लिए लाख की खेती सोना उगलने वाली है। कृषि ऋण की तरह लाख उत्पादन के लिए किसानों को केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) के तहत लोन दिया गया है।
देवभोग के कांडसर के रहने वाले 4 किसानों को लोन मिला है, उनमें मधु सिंह, राजो बाई, भीखराम और भीखम शामिल हैं। देवभोग के लाख की क्वालिटी बहुत उच्च है। डीएफओ मयंक अग्रवाल ने बताया कि डिवीजन के देवभोग परिक्षेत्र में लाख उत्पादन की असीम संभावनाएं हैं। इसलिए सरकार केसीसी लोन के जरिए इसके उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। डीएफओ ने बताया कि सरकार की महती योजना के तहत प्रदेश भर में लाख उत्पादन के लिए पहला लोन देवभोग के किसानों को मिला है।
देवभोग के लाख की मांग विदेशों तक में है। दरअसल लाख का इस्तेमाल श्रृंगार के सामान, सील, चपड़ा, विद्युत कुचालक, वार्निश, फलों और दवा पर कोटिंग, पॉलिश एवं सजावट की वस्तुएं तैयार करने में किया जाता है। ये बहुउपयोगी है, जिससे किसानों को अच्छी कीमत मिलती है। दवा कंपनियों में इसकी बहुत मांग है।
लघु वनोपज आधारित विकास योजना के तहत सीएम भूपेश बघेल ने ऐलान किया कि जिन किसानों के पास जितने अधिक लाख के पेड़ होंगे, उन्हें उतना अधिक लोन मिलेगा। किसानों के लिए सीएम भूपेश बघेल ने मार्च में बड़ी घोषणा की थी।
उन्होंने लघु वनोपज आधारित विकास योजना के तहत धान की फसल की तरह लाख उत्पादन के लिए भी केसीसी लोन उपलब्ध कराने की बात कही थी। मार्च 2022 में हुई इस घोषणा के बाद पिछले हफ्ते कांडसर (देवभोग) में एक सभा का आयोजन कर प्रदेश में लाख उत्पादन के लिए पहले लोन का वितरण 4 किसानों को किया गया।