रायपुर | कटघोरा वन मंडल के लाफा रेंज में वन विभाग के ट्रैप कैमरे में एक बाघ विचरण करता हुआ दिखाई दे रहा है। हसदेव अरण्य में एक बार फिर बाघ की मौजूदगी की पुष्टि हुई है। बाघ की यह तस्वीर 9 सितंबर की शाम 6.41 बजे कैद हुई है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय बाघ संरक्षण अभिकरण ने अपनी रिपोर्ट में भी बताया है कि यह क्षेत्र बाघों का कॉरिडोर है लेकिन वन विभाग इससे इंकार करता रहा है। केंद्र और राज्य सरकार ने इस इलाके में नई कोयला खदानों की अनुमति दे रखी है।
वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के स्वायत्त संगठन वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने यहां हाथी, बाघ, तेंदुआ, जंगली कुत्ते, लकड़बग्घे और जंगली बिल्ली होने की पुष्टि की है। ज्ञात हो कि इसी क्षेत्र में हाथियों का कॉरिडोर बनाने का प्रस्ताव भी सरकार के पास है।