आरंग के झलमला तालाब सौंदर्यीकरण का कार्य अधूरा,तालाब में मछली बीज डालने एवं गंदगी से रहवासियों में आक्रोश
आरंग। नगर के कई पीढ़ियों का निस्तारी करने वाले झलमला तालाब में फिर से गंदगी बढ़ने लगा है। इसमें हो रहे सौंदर्यीकरण और विकास कार्य के चलते तालाब से गंदे पानी को निकाला जा चुका था।कार्य पूर्ण नही होने के कारण इस बरसात में फिर से तालाब में पानी का भराव हो गया है लेकिन बड़ी नालियों से आ रहे गंदे पानी और मछली पालन से पानी मे हो रहे प्रदूषण के कारण कई वार्डो के लोग निस्तारी के लिए खासे परेशान हैं।
पिछले दिनों नगर पालिका परिषद की बैठक में तालाब में हो रहे सौंदर्यीकरण की धीमी रफ्तार के कारण जनप्रतिनिधियों द्वारा खासी नाराजगी जताई गई थी। जिसके बाद पालिका प्रशासन ने संबंधित ठेकेदार को नोटिस भेजने की बात कही थी और वार्डवासियों और जनप्रतिनिधियों के आपत्ति के कारण सौंदर्यीकरण और विकासकार्यो के पूर्ण होने तक तालाब को मछली पालन के लिए लीज पर नही देने की बात कही गई थी।लेकिन वार्डवासियों के अनुसार मछली पालको द्वारा तालाब में मछली बीज डाल दिया गया है। जिससे आक्रोशित लोगों ने पिछले दिनों पालिका में जाकर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई थी और नगर पालिका अध्यक्ष को ज्ञापन भी सौंपा था।
स्थानीय रहवासियों ने बताया कि इसी तालाब से कई पीढ़ियों से निस्तारी हो रही है।मछली पालको द्वारा मछली को बढ़ाने के लिए तालाब में पोल्ट्री फार्म का मल और रसायन डाला जा रहा है। जिसके कारण तालाब में प्रदूषण बढ़ जाता है और तालाब का पानी उपयोग के लायक नही रहता।इसके अलावा पचरी घाटों के टूटने के कारण लोगो को काफी परेशानी हो रही है।उनकी प्रशासन से मांग है कि तालाब की स्वच्छता के लिए उचित प्रयास किया जाए।लोगो का प्रशासन से सवाल है कि जब तालाब में निर्माण कार्य अधूरा है तो तालाब में मछली पालन की अनुमति देना कहाँ तक सही है.?
तालाब की दशा सुधारने के लिए स्थानीय पार्षद सीमा नरेंद्र लोधी और वार्डवासियों द्वारा भी पालिका प्रशासन को कई बार ज्ञापन सौंपा गया है। लेकिन अभी तक पालिका प्रशासन के द्वारा किसी भी प्रकार की कार्यवाही नही की गई है।
पार्षद पति नरेंद्र लोधी ने बताया कि कई वर्षों से नालियों से आ रहे गंदे पानी और मछली पालन के लिए उपयोग किये जा रहे पोल्ट्री के मल और रसायन से तालाब का वातावरण बदतर हो गया है। जिसके लिए उन्होंने कई बार अधिकारियों को ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराते रहे लेकिन पालिका के तरफ से कार्यवाही सिफर रही। इस तालाब में हजारों लोगों की निस्तारी संकट पर चिंता जाहिर की है।
इस विषय पर मुख्य नगर पालिका अधिकारी होरी सिंह ठाकुर ने तालाब का निरीक्षण कर कार्यवाही करने की बात कही है। पालिका के जिम्मेदारों द्वारा शुक्रवार को तालाब का निरीक्षण किया जाएगा।अब देखने वाली बात है की अपने अस्तित्व के लिए जूझ रहे झलमला तालाब की दशा सुधारने के लिए और कितना वक्त लगेगा।