कोचिंग सेंटर के संचालकों ने 25-30 छात्रों को लाखों रुपए वसूलकर सेंटर को बीच में ही बंद कर दिया
रायपुर। राजधानी में सिविल लाइन इलाके में संचालित एक कोचिंग सेंटर के संचालकों ने 25-30 छात्रों को लाखों रुपए वसूलकर सेंटर को बीच में ही बंद कर दिया। इससे हज़ारों रुपयों की फीस लेकर JEE और NEET परीक्षाओं की तैयारी कर रहे गरीब बच्चों के सपनों पर कुठाराघात हुआ है।
कोचिंग सेंटर के संचालकों के बिना सूचना और कारण बताए सेंटर बंद करने के लिए इन पलकों को भी आर्थिक क्षति पहुंची है। जिन्होंने अपने बच्चों के भविष्य सवारने जोड़-तोड़ व कर्ज लेकर फीस भरे। सेशन पूरा होने से पहले कोचिंग सेंटर बंद हो जाने से छात्र और पालक उलझन में है। और कोचिंग शुरू करने की मांग कर रहे है। अभी तक कोचिंग सेंटर के किसी प्रतिनिधि या संचालक से संपर्क नहीं हो पाया है। जिसकी वजह से कहा नहीं जा सकता कि कोचिंग सेंटर की शुरुआत फिर से कब होगी। लगातार संचालक को जनता से रिश्ता द्वारा फोन से संपर्क किया जा रहा है लेकिन संचालकगण द्वारा फोन नही उठाया जा रहा है।
जिसका कारण समझ से परे है। कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले बच्चों और पालकों का हाल बहुत बुरा हो गया है इस लिए इस खबर को जनता से हित में और जनसरोकार के लिए इस खबर को प्रकाशित की जा रही है। खबर की सच्चाई कोचिंग सेंटर के संचालकगण से बातचीत करने पर ही समझ में आएगी। वीडियो में बच्चों द्वारा और वहां काम कर रहे कर्मचारी का बयान के आधार पर खबर को जनता के जनसरोकार के लिए लगातार दिखाया जाएगा।
कोचिंग सेंटर में काम करने वाला कर्मचारी बच्चों के भविष्य के साथ हो रहा खिलवाड़ राजधानी में जेईई और नीट परीक्षा की तैयारी के लिए चल रहे माय क्लासरूम कोचिंग सेंटर के संचालकों द्वारा बच्चों के परिजनों से लाखो रुपए लेकर बीच सेशन में क्लास बंद करने का मामला सामने आया है। कोचिंग में पढ़ने वाले बच्चों द्वारा बताया गया कि उनके कोचिंग सेंटर के दो संचालक है जिनका हिमांशु पांडेय और अमित मिश्रा है।
कोचिंग में पढ़ने वाले बच्चों ने जनता से रिश्ता को बताया कि उनका सेशन अप्रैल महीने से शुरू हुआ था जो कि जून महीने तक बहुत ही अच्छे से चला उसके बाद जैसे-जैसे रायपुर ब्रांच में बच्चों की एडमिशन में कमी ही वैसे-वैसे क्लासेस भी ढीली होने लगी। बच्चों ने आगे बताया कि क्लास में पढ़ने वाले अधिकतर बच्चे माध्यम वर्गीय परिवार से है जिनके परिजनों द्वारा उन्हें फीस देने के लिए भी कर्ज लेना पड़ा है। और ऐसे बीच सेशन में पैसे लेकर फरार हो जाने से परिजनों में भारी आक्रोश का माहौल बना हुआ है।
वही बच्चों का कहना है कि उनके संचालक द्वारा परिजनों से सेशन जारी रखने की बात कही है और उनके बच्चों को भिलाई के ब्रांच में पढ़ने और वही रहकर आगे का सेशन शरू करने की बात भी कही है। बच्चों में पढ़ने वाली एक बच्ची की पालक जनता से रिश्ता प्रेस में कार्यरत है।