छत्तीसगढ़ में हो चुकी 13.34 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी: किसानों को लगभग 2803 करोड़ रूपए का भुगतान
- रायपुर : छत्तीसगढ़ में किसानों से अब तक समर्थन मूल्य पर 13.34 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा जा चुका है। धान खरीदी के एवज में 3 लाख 85 हजार 822 किसानों को लगभग 2803 करोड़ रूपए की राशि का भुगतान कर दिया गया है। राज्य सरकार द्वारा धान उपार्जन की बेहतर व्यवस्था के चलते किसानों को अब धान बेचने के लिए लम्बा इंतजार नहीं करना पड़ रहा है। धान खरीदी के समानांतर कस्टम मिलिंग के लिए धान का उठाव भी जारी है। समितियों से अब तक 5.73 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव किया जा चुका है। इस वर्ष समर्थन मूल्य पर 110 लाख मीट्रिक टन धान के उपार्जन का अनुमान है।
राज्य सरकार द्वारा धान बेचने वाले किसानों की सुविधा के लिए टोकन तुंहर हाथ एप बनाया गया है। इसके जरिए किसान ऑनलाइन टोकन प्राप्त कर रहे हैं। किसानों को मेन्युअल तरीके से भी अग्रिम में टोकन दिया जा रहा है, जिसके चलते किसानों से धान उपार्जन सुगमता से हो रहा है। खाद्य विभाग के सचिव श्री टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि 23 नवंबर को 38,498 किसानों से 1,30,098 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है, इसके अलावा ऑनलाइन प्राप्त टोकन के जरिए किसानों से 23,666 मीट्रिक टन से अधिक धान की खरीदी की गई।
आगामी दिवस की धान खरीदी के लिए 50,283 टोकन तथा टोकन तुंहर हाथ एप के जरिये 7265 टोकन ऑनलाइन जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी धान खरीदी के साथ-साथ धान का उठाव किया जा रहा है। अब तक 8,46,831 मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डी.ओ. जारी किए गए हैं, जिसके एवज में उपार्जन केंद्रों से 5 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव हो चुका है। इस साल समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए राज्य में 25.92 लाख किसानों का पंजीयन हुआ है, जिसमें लगभग 2.23 लाख नये किसान हैं।
राज्य में धान खरीदी के लिए 2568 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं। सामान्य धान 2040 रूपए प्रति क्विंटल तथा ग्रेड-ए धान 2060 रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जा रहा है। राज्य में धान खरीदी की व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। सीमावर्ती राज्यों से धान के अवैध परिवहन को रोकने के लिए चेक पोस्ट पर माल वाहकों की चेकिंग की जा रही है।