तिल्दा नेवरा में अवैध खनन माफियाओं का चल रहा है दबदबा प्रसासन मौन
तिल्दा नेवरा / रायपुर जिला में रेत मुरूम व गिट्टी का अवैध खनन व परिवहन करने वालों पर जिला कलेक्टर डाक्टर सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे ने सख्ती बरतते हुए एफ आई आर दर्ज करने का निर्देश जारी किया है, लेकिन यह निर्देश तिल्दा नेवरा क्षेत्र के लिए कागजों तक सीमट गया है । चुकि तिल्दा नेवरा क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में बहुतायत में बेधडक मुरूम की अवैध खनन हो रही है।साथ ही खरोरा क्षेत्र मे मांठ, तिल्दाडीह, मोन्हरेंगा, असउंदा, आदि क्षेत्र मे बेधडक अवैध उतखनन हो रहा है जिस पर लगाम लगाना एक चुनौती बन गयी है क्योंकि न ही उन्हें सरकारी आदेश का परवाह है और न ही प्रशासनिक नुमाइंदों का डर है।
गौरतलब हो कि समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि रेत मुरूम व गिट्टी का अवैध खनन व परिवहन करने वाले वाहनों व मशीनों को राजसात करें। कलेक्टर डाक्टर सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे ने तिल्दा, आरंग अभनपुर क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारियों में वर्षों से कार्यपालिक मजिस्ट्रेट को खनिज और पुलिस अफसरों के मध्य इस मुहिम पर समन्वय बनाकर काम करने को निर्देशित किया है ?? । लेकिन देखा जावे तो जिलाधीश का यह फरमान तिल्दा नेवरा क्षेत्र में रंग नहीं ला पा रही है। तिल्दा नेवरा नगर से सटे ग्राम कोहका मुरुम अवैध खनन का कार्य गति पर है। यहां पर देखा गया है कि अवैध खनन लिप्त माफिया, रात के अंधेरे का भरपुर लाभ उठा रहे हैं। रात के अंधेरे में इस अवैध काम को अंजाम देने में लिप्त माफियाओं को प्रशासनिक कार्रवाई का भय भी नहीं है, चुकि रात को न ही संबंधित अधिकारियों का निरिक्षण का डर रहता है और न शिकायत का भय बना रहता है।
इसका एक कारण यह भी है कि संबंधित अधिकारी फोन रिसिव करते नहीं तो सवाल यह उठता है कि शिकायतकर्ता, शिकायत करें तो किससे करें वहीं विडंबना यह है पुलिस अफसर इन मामलो से दुरी बनाकर जो रखता है ?ऐसी परिस्थिति में जिला कलेक्टर का आदेश फाईलों में कैद होती नजर आ रही है।