राजधानी में थम नहीं रही चाकूबाजी ,युवक पर धारदार हथियार से हमला …
रायपुर। राजधानी में खम्हारडीह के शक्ति नगर इलाके में युवक पर जानलेवा हमले की वारदात को अंजाम दिया गया। मामलें में जानकारी देते हुए खम्हारडीह थाना प्रभारी ने बताया कि घायल का नाम घनश्याम डीह है। जो कि नशे की हालत में शक्तिनगर में घूम रहा था जिसे किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा धारदार हथियार से उसके कूल्हे और पेट पर वार करके फरार हो गया। पुलिस ने घनश्याम को तत्काल मेकाहारा इलाज के लिए भेज दिया है। पुलिस ने पीडि़त के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है।
वहीं मामूली बात पर जानलेवा हमला करने वाले 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के मुताबिक प्रार्थी सोमन निषाद ने थाना तेलीबांधा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह बजरंग चौक के पास लाभाण्डी बस्ती तेलीबांधा में रहता है। 26.दिस.2022 को लाभाण्डी स्थित सुरज नगर में जैतखाम का मेला देखने के लिये प्रार्थी अपने साथी रोहित साहू तथा दुर्गेश सेन के साथ गया था। प्रार्थी तथा उसके साथी मेला देख कर वापस आ रहें थे कि सरकारी राशन दुकान के पास पहुंचे थे इसी दौरान रात्रि करीबन 11.30 बजे प्रार्थी का साथी दुर्गेश सेन लाभाण्डी सुरज नगर निवासी नानक एवं उसके अन्य 03 साथियों से टकरा गया। जिस पर नानक तथा उसके अन्य 03 साथियों ने प्रार्थी तथा उसके साथियों के साथ अश्लील गाली गलौच करते हुए जान से मारने की धमकी देकर हत्या करने की नियत से प्रार्थी तथा उसके साथी दुर्गेश सेन एवं रोहित साहू के साथ हाथ मुक्का से मारपीट करते हुए अपने पास रखे चाकू से वार कर चोट पहुंचा कर फरार हो गये। जिस पर आरोपियों के विरूद्ध थाना तेलीबांधा में अपराध पंजीबद्ध किया गया है। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन व थाना प्रभारी तेलीबांधा के नेतृत्व में थाना तेलीबांधा पुलिस की टीम द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी, उसके साथी तथा आस-पास के लोगों से विस्तृत पूछताछ करते हुए घटना में संलिप्त आरोपियों की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटना में संलिप्त आरोपियों के छिपने के हर संभावित ठिकानों मेें रेड कार्यवाही करते हुए प्रकरण में संलिप्त आरोपी खुलेश्वर कुमार वर्मा उर्फ नानक को गिरफ्तार कर घटना के संबंध में पूछताछ करने पर उसके द्वारा उक्त घटना अपने अन्य 03 साथी जो विधि के साथ संघर्षरत बालक है के साथ मिलकर कारित करना स्वीकार किया गया। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा विधि के साथ संघर्षरत तीनों बालकों को भी पकड़ा गया। सभी आरोपी/अपचारियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त चाकू जप्त कर कार्यवाही की गई।
बीते 11 महीने में 10 हजार से ज्यादा अपराध रायपुर जिले में पुलिस अपराधियों पर नियंत्रण लगाने के लिए अभियान चलाकर कार्रवाई कर रही है। रायपुर की सड़कों पर महकमे के वरिष्ठ अधिकारी खुद निकलकर कानून व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं, लेकिन अपराधों की संख्या कम नहीं हो रही है। रायपुर जिले में बीते 11 माह में 10 हजार 194 अपराध हुए हैं। इनमें हत्या और जानलेवा हमले में सबसे ज्यादा चाकू का उपयोग हुआ है। इसके अलावा चोरी के सबसे अधिक केस दर्ज किए गए हैं। हालांकि जनता में विश्वास बनाए रखने और अपराधियों में खौफ पैदा करने के लिए पुलिस अब बदमाशों का जुलूस, सार्वजनिक रूप से उठक-बैठक लगवा रही है। ज्यादातर में मामूली विवाद मामूली बात पर चाकूबाजी की घटनाएं बढ़ी हैं। बदमाशों ने जनवरी 2022 से नवंबर तक 70 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। ज्यादा हत्याएं अपना वर्चस्व बढ़ाने के लिए की गई है। कुछ आरोपितों ने पुलिस से बचने के लिए हत्या करने के बाद लाश तक गायब कर दी थी, लेकिन पुलिस ने मामले में जब तफ्तीश कर ज्यादातर मामलों का राजफाश कर आरोपियों को जेल भेजा है। वर्ष 2022 में पुलिस के लिए चाकूबाजों के अलावा चोर और नकबजनी की वारदातों को अंजाम देने वाले आरोपी भी सिर दर्द बने रहे हैं। जनवरी से नवंबर तक जिले में 1864 चोरी की वारदातें हुई।
इनमें से 767 वारदातों का राजफाश होना बाकी है। नकबजनी के 595 मामले में 193 लंबित हैं। एक वर्ष लुटेरों ने पुलिस को खूब परेशान किया। चेन और ज्वेलरी के अलावा आरोपियों ने मोबाइल लूट की सबसे ज्यादा वारदातें की। हालांकि लूट के ज्यादातर मामलों को पुलिस ने सुलझाकर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की है। ऐसे 21 मामले ही अभी पेंडिंग है। दो केस सबसे बड़ी चुनौती साबित हुए। खमतराई थाना क्षेत्र में पार्षद के भतीजे का हत्या कांड और विधानसभा थाना क्षेत्र में नाबालिग का दुष्कर्म कर हत्या का मामला काफी चुनौती भरा रहा। पार्षद के भतीजे की हत्या कर शव को दफना दिया गया था। 33 दिन बाद पुलिस ने शव और आरोपियों को खोज निकाला।
वहीं हालही में नाबालिग की हत्या के मामले में पुलिस को पांच दिन बाद सफलता मिली। आरोपी भी पकड़ा गया। अपराध जनवरी से दिसंबर 2022 तक -हत्या- 70, हत्या का प्रयास 115, आपराधिक मानव वध 2, दुष्कर्म 232, अपहरण – 405, मानव तस्करी- 2, डकैती- 7 , लूट – 98 , नकबजनी- 595 , चोरी- 1864 , बलवा- 80, जाली नोट- 2, आगजनी- 28 , चोट- 3610, दहेज मृत्यु- 6 , शीलभंग- 159 , यौन उत्पीडऩ- 36 , प्रताडऩा 498ए – 176 , उपेक्षापूर्ण कार्य से मृत्यु- 569 , अन्य भादवि. 1753, कुल- 10194 मामले सामने आए।