रायपुर

साधु संत कपटी होते हैं” 5वीं के पाठ्यक्रम विवाद ने पकड़ा तूल

रायपुर । 5वीं की किताब में साधु को कपटी बताने वाले ‘चमत्कार पाठ” को लेकर सियासत भी गरम हो गयी है। वहीं, लेखक डा. जाकिर अली रजनीश भी इस मामले में आपत्ति जताने वाले हैं। रजनीश ने दावा किया है कि राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने उनकी अनुमति के बिना ही वर्ष 2010 मेें इस पाठ को प्रकाशित कर दिया है। हालांकि ये बात अलग है कि ऐसे पाठ्यक्रम के निर्धारण में SCERT की भूमिका प्रत्यक्ष तौर पर होती ही नहीं है। पाठ्यक्रम का किसी भी विषय वस्तु को हिस्सा बनाने से पहले उसका निर्धारण स्टेट लेवल पर विषय विशेषज्ञों की कमेटी करती है। ऐसे में पूरे प्रकरण में SCERT पर प्रत्यक्ष तौर पर निशाना साधने को लेकर कई जानकार हैरानी जता रहे हैं। अभी SCERT के डायरेक्टर राजेश राणा ट्रेनिंग के सिलसिले में मसूरी में हैं।

वहीं इस मामले में प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा है कि कक्षा 5 वीं की पुस्तक में शामिल पाठ चमत्कार के संबंध में भाजपा और संघ के द्वारा की जा रही आपत्ति भाजपा की अवसरवादिता है। यदि भाजपा और संघ को लगता है कि उक्त पुस्तक और उसमें उल्लेखित पाठ गलत है तो इसकी जिम्मेदारी भी भाजपा स्वीकार करें। भाजपा की सरकार के समय पाठ्यक्रम में शामिल किया गया था उस समय भाजपा के वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल शिक्षा मंत्री थे।

दरअसल किताब के पात्र परिचय में साधु की तस्वीर का संघ केअनुषांगिक संगठन शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास ने विरोध किया था। इसके बाद कांग्रेस संगठन और सरकार ने संघ और भाजपा पर निशाना साधा है। हालांकि शिक्षा मंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि ये पात्र काल्पनिक हैं, जिसका उद्देश्य सिर्फ कपट से बच्चों को सावधान करना है। इसमें किसी की आस्था को ठेस पहुंचाने का उद्देश्य का सवाल ही नहीं है।

आरोप है कि छत्तीसगढ़ में कक्षा पांचवीं के नौनिहालों को साधु-संतों के बारे में पाठ पढ़ाकर उन्हें कपटी बताया जा रहा है… हिंदी-छत्तीसगढ़ी-संस्कृत विषय की किताब के पाठ 25 में पेज क्रमांक 129 और 130 में “चमत्कार” शीर्षक से प्रस्तुत पाठ के लेखक जाकिर अली रजनीश हैं… इसमें साधु की वेशभूषा में एक कपटी व्यक्ति बताते हुए पात्र परिचय दिया गया है, इसमें पठन-पाठन के लिए भी निर्देश दिया गया है कि साधु के वेश में ठगों के बारे में कक्षा में चर्चा करें।

कांग्रेस ने कहा- ‘‘चमत्कार पाठ’’ भाजपा सरकार के समय पाठ्यक्रम में जुड़ा

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि कक्षा 5 वीं की पुस्तक में शामिल पाठ चमत्कार के संबंध में भाजपा और संघ के द्वारा की जा रही आपत्ति भाजपा की अवसरवादिता है। यदि भाजपा और संघ को लगता है कि उक्त पुस्तक और उसमें उल्लेखित पाठ गलत है तो इसकी जिम्मेदारी भी भाजपा स्वीकार करें। भाजपा की सरकार के समय पाठ्यक्रम में शामिल किया गया था उस समय भाजपा के वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल शिक्षा मंत्री थे।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि सत्र 2005 में ही पाठ्यपुस्तकों के अनुमोदन के लिये 10 सदस्यों की समिति गठित की गई (राज्य शिक्षा स्थायी समिति) समिति के अध्यक्ष थे, डॉ. सच्चिदानंद जोशी, कुलपति, कुशाभाऊ ठाकरे, पत्रकारिता विश्वविद्यालय रायपुर। उक्त समिति द्वारा ही पाठ्यपुस्तक का अनुमोदित किया गया है

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि उक्त पाठ पर लगाए गए आरोप गलत है, क्योंकि इस पाठ में साधु की वेशभूषा में एक कपटी व्यक्ति की बात की गई है। कपटी व्यक्ति ने ही साधु की वेशभूषा धारण कर लोगों को ठगने का प्रयास कर रहा और इस प्रकार की घटनाएं घटित होती रहती है। इस पाठ के माध्यम से किसी भी धर्म, संप्रदाय, पूज्यनीय व्यक्ति को कपटी नहीं कहा गया है बल्कि ऐसे वेश धारण कर लोगों को ठगने के प्रयास करने वाले कपटी व्यक्तियों से बच्चों को सावधान किया गया है। इसलिए इसमें किसी भी साधु, सज्जन अथवा व्यक्ति के अपमान का प्रश्न नहीं है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button