आरंग

ईश्वर भाव के भूखे है -भगवताचार्य पं.चंदन उपाध्याय

आरंग– भक्तों कि जैसी भावना रहेगी वैसा प्रभु फल देंगे ऐसा कहना है ग्राम देवरी में चल रहे भगवताचार्य श्री चंदन उपाध्याय जी का अत्याचारी कंस के पापों से धरती जब डोलने लगी तब प्रभु का अवतार उनके भक्तों के करुण पुकार से द्रवित होकर भगवान को आना ही पड़ा भक्ति की भक्ति ही भगवान को प्रकट कर सकती हैं और देवकी मां की ममता ही उन्हें आने में,गर्भ में रखने में सक्षम हो पाती हैं दौड़ा-दौड़ा आता है

वह प्रेम की पुकार पर मुक्त हो बिकता है सिर्फ अपने खरीददार पर मेरे कान्हा को मजबूरी नहीं भाती है उसे तो भावना की डोरी ही खीच पाती है कथा के अंतर्गत कृष्ण जन्म की झांकी का मनोरम दृश्य से श्रोताओं का मन प्रफुल्लित हो रहा 30 जनवरी तक भागवत पुराण का कथा चलेगी जिसमे ग्रामवासी भावविभोर हो कर कथा श्रवण कर रहे हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button