अयोध्या में स्थित राम जन्मभूमि को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला युवक गिरफ्तार, जाने आखिर ऐसा क्यों करना चाहता था यह युवक
अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में स्थित राम जन्मभूमि को बम से उड़ाने की धमकी मिली है. खास बात यह है कि राम लला की मूर्ति को आकार देने के लिए एक दिन पहले यानी बुधवार को नेपाल की काली गंडकी से शालिग्राम दो शिलाएं पहुंची थीं. उसके दूसरे दिन ही अयोध्या को दिल्ली के अज्ञात ने बम से उड़ाने की धमकी दी है. धमकी भरे कॉल के बाद से पुलिस प्रशासन में खलबली मची हुई है
संदिग्धों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. पुलिस सुरक्षा भी बड़ा दी गई है. बताया जा रहा है कि अयोध्या के यलो जोन क्षेत्र में स्थित रामलला सदन में निवास कर रहे मनोज कुमार के मोबाइल पर एक अज्ञात कॉल आया. जिसमें धमकी दी गई कि रात 10 बजे तक अयोध्या को बम से उड़ा देंगे. आनन फानन में मनोज ने शिकायत दर्ज कराई. फिलहाल, मनोज अभी प्रयागराज जिले में कल्पवास में हैं. मनोज की शिकायत पर थाना प्रभारी राम जन्मभूमि ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है. अयोध्या पुलिस जांच में जुटी है.
शिकायतकर्ता मनोज कुमार ने पुलिस को बताया है कि सुबह करीब 5 बजकर 30 मिनट पर एक पर अज्ञात फोन आया कि दिल्ली से बोल रहा हूं…10 बजे तक अयोध्या को बम से उड़ा दूंगा. इसके बाद कॉल कट गई. इसके बाद मनोज कुमार ने अयोध्या में मामले को लेकर पुलिस को सूचना दी. पुलिस अधिकारियों ने फौरन बिना देरी के अज्ञात नंबर को ट्रेस पर लगा दिया और मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी. पुलिस चप्पे-चप्पे पर निगरानी कर रही है.
भगवान राम की मूर्ति को तराशने में इस्तेमाल होने वाली नेपाल की गंडकी नदी से विशेष पवित्र शिलाएं (चट्टान) बुधवार को अयोध्या पहुंचीं. गुरुवार दोपहर विशेष पूजा अर्चना के बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को भेंट की गईं. यहां 51 वैदिक शिक्षकों ने शालिग्राम पवित्र शिलाओं की पूजा की और उसके बाद उन्हें मंदिर ट्रस्ट को सौंप दिया गया. नेपाल के जानकी मंदिर के महंत तपेश्वर दास ने श्री राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को ये शालिग्राम शिलाएं भेंट की. इन पत्थरों से उकेरी गई राम की ‘बाल रूप’ (बाल रूप) की मूर्ति को राम मंदिर के गर्भगृह में रखा जाएगा, जिसके अगले साल जनवरी में मकर संक्रांति तक तैयार होने की उम्मीद है.