जादू दिखाने हाथ-पैर को जंजीर से बांधकर नदी में उतरा था जादूगर, पर नहीं आया बाहर, फिर….
कोलकाता. यहां जादू दिखाने के लिए हावड़ा ब्रिज के पास गंगा में डुबकी लगाने के बाद एक जादूगर बाहर नहीं आया। रविवार को वह लोहे की जंजीर से हाथ-पैर बांधकर नदी में उतरा था। काफी देर तक जादूगर का पता नहीं चलने पर दर्शकों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के मुताबिक, जादूगर की पहचान चंचल लाहिरी (41 साल) के तौर पर हुई थी। आपदा प्रबंधन विभाग गंगा में उसकी तलाश में जुटी थी।
कलेक्टर सैयद वकार रजा ने बताया था कि जादूगर चंचल ने क्रेन की मदद से नदी में डुबकी लगाई थी। वह दर्शकों को दिखाना चाह रहा था कि नदी के अंदर जादू से अपने हाथ-पैर खोल लेगा और बाहर आ जाएगा। हालांकि, ऐसा नहीं हो सका।
चंचल दो बार ऐसा जादू दिखा चुका था-
जादूगर चंचल पश्चिम बंगाल के सोनारपुर शहर का रहने वाला था। पहले भी वह दो बार ऐसा जादू दिखा चुका था। 2013 में जादू दिखाते वक्त मौत के मुंह में जाने से बाल-बाल बचा था। पुलिस सूत्रों की मानें तो चंचल ने गंगा में जादू दिखाने के लिए पुलिस-प्रशासन से अनुमति ली थी। इसके बावजूद वहां सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए। जानकारी के मुताबिक कोलकाता का यह जादूगर लोगों को अपना जादू दिखाया करता था. यह अपने काम में काफी एक्सपर्ट था. इसका पेशा जादू दिखाना था. चंचल का घर इसी से चलता था. जादूगर चंचल 41 साल का था.
बता दें कि यह खबर पुरानी है. लोग इस वाक्य को अभी भी याद करते हुए जादूगर की कहानी सुनाते हैं. चंचल लाहिड़ी काफी दिनों से जादू का स्टंट दिखाता था. वह लोगों को खुश करने के लिए और हैरान करने के लिए ऐसा स्टंट किया करता था. लोग इसके जादू को देखकर काफी हैरान रह जाते थे. लेकिन उस दिन जादूगर की किस्मत खराब थी. स्टंट दिखाने पानी में उतरा लेकिन पानी से बाहर नहीं आया.