राहुल गांधी बोले – मेरे पास 52 साल से नहीं है घर … भारत माता का आया था मेसेज, बोलीं – ख़त्म करो अहंकार वरना …
रायपुर : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में चल रहे कांग्रेस अधिवेशन का आज तीसरा और आखिरी दिन है। आज कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी अपना संबोधन दिया।
राहुल गाँधी ने कहा कि कन्याकुमारी से श्रीनगर तक हमने भारत जोड़ो यात्रा की। हम हर मौसम में एक साथ चले। बहुत कुछ सीखने को मिला। पंजाब में एक मेकेनिक आकर मुझसे मिला, मैंने उसके हाँथ पकडे, और सालों की उसकी जो तपस्या थी, सालों का जो दर्द, ख़ुशी, हाथों से मैंने बात पहचान ली। कैसे लाखों किसानों के साथ हांथ मिलाने से ट्रांसमिशन हो जाता था।
ये एक डेढ़ महीना चला लेकिन उसके बाद बोलने की जरुरत नहीं पड़ती थी। मगर जो उनका दर्द था, जो मेहनत थी, और बिना कुछ बोले वो समझ जाते थे जो मैं उनसे कहना चाहता था। जब मैं बोट मैं बैठा था, पूरी टीम के साथ मैं बोत चला रहा था, मेरे पैर में बहुत दर्द था। मैंने यात्रा शुरु की, मैं फिट हूं, मुझे घमंड था कि 12 किलोमीटर दौड़ लेता हूँ तो 25 किलोमीटर तो चल ही लूंगा।
सुबह उठता था तो सोचता था कि कैसे चला जाए, लेकिन बाद में सोचा कि 3000 किलोमीटर चलना है। पहले 10 दिन में सारा अहंकार गायब हो गया। क्योंकि भारत माता ने मुझे मेसेज दिया – अगर तुम कन्याकुमारी से कश्मीर चलने निकले हो तो अपने दिल से अहंकार मिटाओ वरना मत चलो। मुझमे इतनी शक्ति नहीं थी कि उनकी बात न सुनूं।
राहुल गांधी ने कहा कि 52 साल के बाद भी मेरे पास घर नहीं है। उन्होंने कहा कि जब हम हमारा घर खली कर रहे थे तो मैंने मां से पुछा कि हम हमारा घर क्यों छोड़ रहे हैं? तो मां ने कहा कि ये हमारा नहीं सरकार का घर है और आज 52 साल बाद भी हमारा घर नहीं है। उन्होंने बताया कि कश्मीर में चारों ओर तिरंगा दिख रहा था। कश्मीर में मेरे लोगों ने कहा कि 2 हजार लोग आएंगे लेकिन वहां 40 हजार लोग आ गए थे।
राहुल गाँधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ये बात समझ नहीं आई। उन्होंने 15-20 बीजेपी नेताओं के साथ जाकर लाल चौक पर तिरंगा फहराया लेकिन हमने हजारों कश्मीर वासियों के साथ जाकर वहां तिरंगा फहराया। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान के मंत्री ने चाइना जाकर कहा कि चाइना की अर्थव्यवस्था भारत की अर्थव्यवस्था से बड़ी है हम उनसे कैसे मुकाबला करेंगे।
इनकी सावरकर की विचारधारा है कि बलशाली के सामने झुक जाओ। मैंने सदन में एक उद्योगपति पर हमला बोला कि कैसे अडानी 6 नंबर से 1 नंबर पर पहुंच गए। सारे मंत्री अडानी की रक्षा करने लग गए। कहते हैं कि जो अडानी पर कुछ बोलता है वो देशद्रोही हो जाता है। पीएम मोदी हुए भाजपा अडानी को बचा रहे हैं। जब तक अडानी की सच्चाई नहीं निकलेगी हम रुकेंगे नहीं।
आजादी की लड़ाई ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ हुई थी, वो भी एक कंपनी थी, उसने भी भारत का सारा धन हड़प लिया था और अब वापिस इतिहास दोहरा रहा है। ये तपस्वियों की पार्टी है और चार महीने में पार्टी में, देश में एक नई जान आ गई। ये तपस्या रुकनी नहीं चाहिए, इस तपस्या में सभी को शामिल होने है। उन्होंने अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से आग्रह किया कि जल्द ही तपस्या का प्लान बनाइये, इस प्रोग्राम को हम चलाएंगे, अपना खून पसीना देंगे।