Ed के बड़े अफसर ऊपर कारोबारियों को धमकाने और वसूली के आरोप
रायपुर: छत्तीसगढ़ में एक के बाद एक ED की कार्रवाई चल रही है। कभी कोई कांग्रेसी नेता के घर छापा तो किसी अधिकारी से पूछताछ हो रही है। इन सब के बीच अफसरों पर कारोबारियों को धमकाने और वसूली के आरोप लगे हैं।
शनिवार को कांग्रेस नेताओं ने रायपुर स्थित प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर में इसकी जांच की मांग की है। एक कारोबारी ने पिछले दिनों अपनी शिकायत में ED अफसरों को लेकर कुछ खुलासे किए हैं, और कार्रवाई की मांग भी की है।
कारोबारी की शिकायत में बड़े खुलासे..
कारोबारी निखिल चंद्राकर, सौम्या चौरसिया और अन्य की ही तरह ED की जांच में आरोपी बताया गया है। आरोपपत्र के मुताबिक निखिल के खम्हारडीह के वीआईपी करिश्मा स्थित किराये के एक फ्लैट से एक डायरी और लूज पेपर बरामद हुए हैं। इनमें अवैध लेनदेन का विवरण दर्ज है। अब कारोबारी की शिकायत के अनुसार पिछले साल अक्टूबर से जारी है कार्रवाई में ED के एक बड़े अफसर, कारोबारियों को धमकाने, और वसूली करने का काम कर रहे हैं
निखिल ने ईडी के डायरेक्टर से शिकायत की है। इसका लेटर दैनिक भास्कर के पास मौजूद है। पत्र में कारोबारी ने लिखा है कि ED के असिस्टेंट डायरेक्टर निर्मल झरवाल पिछले 6 महीने से कोयला घोटाले की जांच कर रहे हैं। वे जिसको चाहे मौखिक या समन भेजकर अपने ऑफिस में बुलाते हैं। यह बोलकर धमकाते हैं कि प्रवर्तन निदेशालय को अनलिमिटेड पावर है। वे जिसको चाहे उसे अरेस्ट कर सकते हैं। जिसे वे गिरफ्तार करते हैं, उसे जमानत भी नहीं मिलती। गवाहों को मारना, पीटना, रातभर ऑफिस में बैठना, गाली गलौज करना, मुर्गा बनाना झरवाल के लिए आम बात है। ये सभी मैं अपने एक्सपीरियंस से बोल रहा हूं। झरवाल की ओर से कई उद्योगपतियों से जबरिया वसूली की चर्चा आम है।
कांग्रेस को फायदे का जिक्र..
चंद्राकर की चिट्ठी में इस बात का भी जिक्र है कि ED की कार्रवाई से भाजपा को नुकसान और कांग्रेस को फायदा हो रहा है। कारोबारी ने ED के निदेशक के लिए लिखा है – अफसर आम लोगों, नेताओं और अफसरों के बीच दहशत फैलाने का काम कर रहे हैं। इससे आपकी प्रतिष्ठित संस्था की छवि खराब हो रही है और बिना वजह कांग्रेस को सहानुभूति मिल रही है। तीन पन्नों की शिकायत के आखिर में लिखा गया है कि- समय रहते ये रोका नहीं गया ताे भाजपा को बड़ा नुकसान और कांग्रेस को फायदा हो सकता है
कांग्रेस ने दिया ज्ञापन
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने शनिवार को अधिकारियों के खिलाफ एसीबी और ईडी के दफ्तर में ज्ञापन दिया। उन्होंने लिखा है कि ईडी के अधिकारी काम करवाने का दबाव बनाते हैं। इसकी शिकायत निखिल चंद्राकर ने भी की है। ज्ञापन देने महापौर एजाज ढेबर, पीसीसी के प्रभारी महामंत्री रवि घोष और मुख्य संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला के साथ कई नेता साथ पहुंचे थे।
सौम्या समेत से अन्य से कुछ पूछना चाहती है ED
ED की जांच और कार्रवाई के बीच बड़ा अपडेट है कि अब जेल में बंद आरोपियों से पूछताछ करना चाहती है। इनमें सौम्या चौरसिया, आईएएस समीर विश्नोई, खनिज अधिकारी एसएस नाग, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी और सुनील अग्रवाल शामिल हैं। प्रदेश में कोल स्कैम, अवैध वसूली के मामले में ये आरोपी इस वक्त रायपुर की सेंट्रल जेल में हैं। खबर है कि ED ने शनिवार को कोर्ट में अर्जी लगाई है। 20 से 24 मार्च के बीच जेल में जाकर पांचों का बयान लेने की अनुमति मांगी गई है। इस पर कोर्ट ने सोमवार तक के लिए फैसला सुरक्षित रखा है।