रायपुर। रायपुर एम्स का पहला दीक्षांत समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री डॉ भारती प्रवीण पवार ने 850 छात्रों को चिकित्सा और नर्सिंग की डिग्री प्रदान की। नए चिकित्सकों से सेवाभाव के साथ कर्तव्य निर्वहन का आह्वान किया। उन्होंने एम्स को उपचार के साथ शोध का भी उत्कृष्ट केंद्र बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करने की भी अपील की।
दीक्षांत समारोह की मुख्य अतिथि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री डॉ भारती प्रवीण पवार ने एमबीबीएस और बीएससी (नर्सिंग) के छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के बाद इस नए मुकाम तक पहुंचने वाले सभी छात्रों को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह छात्र जीवन का एक पड़ाव पूरा होने के बाद समाज में विशिष्ट सेवाएं प्रदान करने वाले दूसरे पड़ाव की शुरुआत होती है। उन्होंने सभी स्नातक उपाधि पाने वाले छात्रों से सर्वसुलभ चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने का अनुरोध किया, जिससे गरीब को भी इलाज की सुविधा मिल सके।
दीक्षांत समारोह रायपुर सांसद सुनील सोनी, सांसद सरोज पांडेय और सांसद अरुण साव भी रहे समारोह में मौजूद। इस अवसर पर उप-निदेशक (प्रशासन) अंशुमान गुप्ता, कुलसचिव डॉ. अतुल जिंदल, डीन प्रो. सरिता अग्रवाल और प्रो. एली मोहापात्रा सहित शिक्षक और अधिकारी उपस्थित थे।
दस गोल्ड मेडलिस्ट को किया गया सम्मानित
दीक्षांत समारोह में एमबीबीएस और बीएससी (नर्सिंग) के पांच-पांच छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। इसमें एमबीबीएस के अश्विन पी. विनोद (2012), गौरव सारनाइक (2013), अंकिता देवांगन (2014), काव्या वी. नायर (2015), रिया जैन (2016) और श्री साई कौमुदी चिरमौली (2017) और बीएससी (नर्सिंग) की सिमरन (2013), ज्योति (अनुपस्थित) (2014), निकिता (2015), भाग्यलक्ष्मी एस (2016) और दीक्षा रोहिल्ला (2017) शामिल हैं।