छत्तीसगढ़दंतेवाड़ा

छत्तीसगढ़ स्कूल मध्याह्न भोजन रसोईया संघ अपनी 3 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर 

दंतेवाडा/नरेंद्र श्रीवास्तव

जहां एक ओर कांग्रेस सरकार का कार्यकाल समाप्ति की ओर है, वहीं सभी विभाग के अनियमित कर्मचारियो को नियमित की उम्मीद है, इस लिए अपने अपने मांग को लेकर धरना प्रदर्शन करते दिख जाते हैं, और उनकी मांगे भी पुरी हुई है।

इसी उम्मीद में कटेकल्याण ब्लॉक (दंतेवाडा) सहित पूरे प्रदेश के छत्तीसगढ़ स्कूल मध्याह्न भोजन रसोईया संघ द्वारा अपनी 3 सूत्रीय मांगों को लेकर 11 मार्च से 33 जिलों के समस्त रसोईया कर्मचारी द्वारा रैली निकाल कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। उनका कहना है कि सरकार के द्वारा जो 300 रुपए की राशि दी गई है उससे वे संतुष्ट नहीं है।

मानदेय में कटौती करने दिए निर्देश, समूह को हटाकर कुकिंग कास्ट में करें कटौत

तीन सूत्रीय मांगों को लेकर जिले के रसोइए रायपुर के बाद अब बुधवार से पूरे प्रदेश में अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे। ऐसे में स्कूलों में मध्यान्ह भोजन का संचालन बंद न हो, बच्चों को नियमित रूप से भोजन मिलता रहे इसके लिए शासन, शिक्षा विभाग की ओर से स्व सहायता समूहों को जिम्मेदारी दी है

इस संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय रायपुर के संचालक ने कलेक्टर व संबंधित अफसरों को पत्र भेजा है। जिसमें स्पष्ट किया गया है कि स्कूलों में मध्यान्ह भोजन योजना का संचालन स्थानीय महिला स्व-सहायता समूह या एनजीओ के माध्यम से किया जा रहा है। इसलिए स्कूलों में मध्यान्ह भोजन योजना के नियमित संचालन की जवाबदारी भी इन्हीं संचालनकर्ता समूहों की है।

स्कूलों में रसोइयों को नियुक्त करने का अधिकार संचालनकर्ता समूहों को है। इसलिए रसोइयों की हड़ताल या किसी कारण से कार्य में अनुपस्थित रहने की स्थिति में योजना के संचालन की जवाबदारी संचालनकर्ता समूहों की रहेगी। यदि किसी शाला में रसोइया की अनुपस्थिति के कारण मध्यान्ह भोजन योजना का संचालन नहीं होता है तो रसोइया के साथ-साथ संचालनकर्ता समूहों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए काम से हटाने व कुकिंग कास्ट में कटौती करें।

राज्य बजट में 300 रुपए मानदेय बढ़ाने की घोषणा

राज्य शासन ने वर्ष 2023-24 के बजट में रसोइयों का मानदेय 300 रुपए बढ़ाने का निर्णय लिया है। जिसे कम बताकर संघ के पदाधिकारी व कार्यकर्ता अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का निर्णय लिए हैं। आगे जब तक हड़ताल चलेगी, स्कूलों में मध्यान्ह भोजन योजना का संचालन प्रभावित रहने का अनुमान है। भले ही समूह के सदस्य भोजन तैयार कर परोसेंगे लेकिन असर दिखेगा।

किसी भी शालेय दिवस में मध्यान्ह भोजन न बनाने की स्थिति में संबंधित संचालनकर्ता समूहों के विरूद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए कुकिंग कास्ट तथा रसोइयाें के मानदेय में कटौती किया जाना है। किसी भी स्थिति में मध्यान्ह भोजन का संचालन बंद न हो। निर्देशों का पालन कर सभी प्रधानपाठकों को तत्काल सूचना देकर जिला कार्यालय में जानकारी देने के लिए कहा गया है। गौरतलब है कि सोमवार को कई स्कूलों में मध्यान्ह भोजन नहीं बनने की सूचना शिक्षा विभाग के अफसरों को मिली थी। पर इस पर कोई निर्णय नहीं हो पाया है।

यदि किसी प्रकार की असुविधा होती है तो जवाबदारी शासन, प्रशासन की होगी। अनिश्चितकालीन हड़ताल का समय सुबह 11 से शाम 4 बजे तक निर्धारित किया गया है। इसके पहले रसोइयों ने जुलाई 2022 में जिला स्तर पर हड़ताल कर शासन, प्रशासन का ध्यानाकर्षण कराया था। शासन की ओर से प्रतिमाह 1500 रुपए मिल रहा है। इसके पीछे हाई कोर्ट को तर्क दिया जा रहा है कि सिर्फ डेढ़ घंटे काम करते है। बहरहाल, रसोइयों द्वारा जिला मुख्यालय में हड़ताल जारी रखा जाएगा।

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