रायपुर । अपने कथित असामाजिक कृत्यों से ग्रामीण माहौल को अशांत करने वाले 7 अवांछनीय तत्वों के खिलाफ मिल रहे लगातार शिकायतों के चलते मंदिर हसौद थाना अमला ने थाना प्रभारी विरेन्द्र चंद्रा के निर्देश पर बीते कल गुरुवार को इनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक धारा के तहत कार्यवाही कर गिरफ्तारी पश्चात आरंग के अनुविभागीय दंडाधिकारी अतुल विश्वकर्मा के न्यायालय में पेश किया जहां से इन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया ।
प्रतिबंधात्मक धारा के तहत ग्राम नारा के 32 वर्षीय अरूण साहू , 29 वर्षीय रमेन्द्र साहू व 29 वर्षीय चंद्रेश साहू सहित छतौना के 28 वर्षीय डागेश्वर मानिकपुरी , परसदा के 19 वर्षीय चैतन्य कन्नौजे व 19 वर्षीय अखिलेश यादव तथा पलौद के 26 वर्षीय पवन धीवर के खिलाफ दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 151 / 107–116 ( 3) के तहत कार्यवाही की गयी है ।
ज्ञातव्य हो कि ग्राम नारा में चल रहे असामाजिक गतिविधियों से परेशान महिलाओं ने ग्राम पंचायत के सहयोग से मोर्चा खोल रखा है और लगातार समझाइश के बाद भी न मानने से आक्रोशित महिलाओं व पंचायत प्रतिनिधियों ने थाना प्रभारी श्री चंद्रा सहित एस डी एम श्री विश्वकर्मा से मुलाकात कर इनके गतिविधियों के चलते ग्राम में कभी भी कोई अप्रिय घटना घटित होने की आशंका व्यक्त करते हुये त्वरित प्रभावी कार्यवाही की मांग की थी व साथ ही सरपंच हेमंत चंद्राकर , उपसरपंच कोमल वर्मा व पंच ओमनारायण शर्मा तथा किशोर चंद्राकर आदि ने श्री विश्वकर्मा को ज्ञापन सौंप प्रतिबंधात्मक धारा के तहत कार्यवाही की स्थिति में त्वरित जमानत मिलने से ऐसे तत्वों के हौसले और बुलंद होने के अनुभवों को साझा करते हुये व्यापक ग्राम व जनहित में जमानत देने के मामले में उदार रूख न अपनाने का आग्रह किया था ।
ज्ञापन की प्रति क्षेत्रीय विधायक व नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया व क्षेत्र में असामाजिक कृत्यों के खिलाफ मुखर सहयोगी किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेन्द्र शर्मा को भी सौंपा गया है ।
साथ ही इसकी प्रति मुख्यमंत्री भूपेश बघेल , जिला प्रभारी मंत्री रवीन्द्र चौबे सहित संभागायुक्त , जिलाधीश व पुलिस अधीक्षक को भी सौंपने की तैय्यारी है । इधर सरपंच हेमंत चंद्राकर ने जानकारी दी है कि महिलाओं की सक्रियता व जेल दाखिला के बाद बीते कल गुरुवार से नारा का माहौल काफी हद तक शांत है और गिरफ्तारी से बच रह गये एक शराब कोचिया व गांजा बेचने वाली एक महिला पर अब ग्रामीणों की नजर है जो नाबालिग बच्चों से भी गांजा बिकवाती है ।