
कवर्धा। जिले की पोड़ी पुलिस चौकी में मंगलवार रात उस समय हंगामे की स्थिति बन गई, जब बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने चौकी को घेर लिया और जमकर विरोध-प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि आईपीएल सट्टा मामले में पकड़े गए चार आरोपियों को छोड़ने के एवज में चौकी में पदस्थ एएसआई दिनेश झरिया ने चार लाख रुपए की मांग की थी, लेकिन बाद में दो लाख में “सेटिंग” तय हुई।
ग्रामीणों का कहना है कि एएसआई ने पैसे लेने के बाद भी आरोपियों को नहीं छोड़ा, बल्कि उन्हें जेल भेज दिया गया, जिससे आक्रोशित होकर उन्होंने आधी रात तक प्रदर्शन किया। विरोध के दौरान ग्रामीणों ने चौकी के सामने नारेबाजी की और एएसआई के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
जब ग्रामीणों ने रिश्वत में दिए गए पैसे वापस मांगे, तो विवाद और बढ़ गया। इसके बाद सैकड़ों की संख्या में लोग चौकी पहुंच गए और एएसआई दिनेश झरिया को निलंबित करने की मांग करने लगे। ग्रामीणों ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग करते हुए प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा।
घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने तत्काल हस्तक्षेप किया, जिसके बाद स्थिति नियंत्रण में आई और ग्रामीणों को शांत कराया गया।
वहीं, मामले में एएसआई दिनेश झरिया ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि, “मेरे ऊपर लगाए गए आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं। पहले आरोपी पक्ष की ओर से कार्रवाई न करने और हथकड़ी न लगाने के लिए पैसे देने की बात कही गई थी, लेकिन मैंने मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को दे दी थी। किसी से कोई पैसे नहीं लिए गए हैं।”
फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। ग्रामीणों की मांग है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं।