छत्तीसगढ़बिलासपुर

अनुकंपा नियुक्ति पाने के लिए मां-बेटी की हत्या की रची साजिश, रिश्तेदारों ने दी 5 लाख की सुपारी…

अनुकंपा नियुक्ति पाने के लिए मां-बेटी की हत्या की रची साजिश, रिश्तेदारों ने दी 5 लाख की सुपारी…

बिलासपुर। जिले के मल्हार चौकी क्षेत्र के छोटे खइयांपारा, वार्ड क्रमांक 05 में 26 सितंबर की सुबह घटित हमले की सनसनीखेज साजिश का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने इस चौंकाने वाली वारदात के पीछे की गहरी रंजिश और सुपारी कनेक्शन का खुलासा किया है।

सतरूपा श्रीवास और उनकी बेटी बृहस्पति पर हुए इस नृशंस हमले ने पूरे इलाके को दहला दिया था, जब तड़के लगभग 5:45 बजे रोज की तरह दरवाजा खोलकर बाहर निकली सतरूपा पर घात लगाए बैठे नकाबपोश हमलावरों ने लाठी-डंडों से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। बेटी ने बचाने की कोशिश की तो उसे भी नहीं बख्शा गया। गंभीर रूप से घायल मां-बेटी को मस्तूरी अस्पताल ले जाया गया, जहां से हालत नाजुक होने पर उन्हें बिलासपुर रेफर किया गया।

जांच में सामने आया कि यह कोई अचानक हुई घटना नहीं, बल्कि एक सुनियोजित हत्या की साजिश थी, जिसे 5 लाख रुपये की सुपारी के तहत अंजाम दिया गया। पुलिस ने संदेह के आधार पर कृष्ण कुमार श्रीवास और विष्णु प्रसाद श्रीवास को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें खुलासा हुआ कि तनौद निवासी नूतन कर्ष और टेकराम केंवट को सुपारी देकर सतरूपा को रास्ते से हटाने की योजना बनाई गई थी।

आरोपी 25 सितंबर को मल्हार पहुंचे, रेकी की और 26 सितंबर की सुबह हमले को अंजाम दिया। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से हमले में प्रयुक्त लाठियां, कपड़े और बाइक बरामद की है। सभी आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने उनके खिलाफ धारा 109, 115(2), 333, 3(5) बीएनएस के तहत अपराध दर्ज किया है।

ससुराल वालों ने रची साजिश

युवती की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान पता चला कि महिला का पति एसईसीएल में नौकरी करता था। उसके पति की मौत हो चुकी है। इसके बाद महिला के पेंशन और उसकी बेटी को अनुकंपा नियुक्ति की प्रतिक्रिया चल रही है। उसके ससुराल वाले अनुकंपा नियुक्ति पाने के लिए साजिश रच रहे थे। उन्होंने गांव के दो लोगों को सुपारी देकर महिला की हत्या करने के लिए कहा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button