
रायगढ़ । नवीन शिक्षा सत्र शुरू होने से पूर्व कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने हाई और हायर सेकेंडरी स्कूलों के प्राचार्यों की समीक्षा बैठक ली। जिसमें इस वर्ष के परीक्षा परिणामों और अगले सत्र के लिए कार्ययोजना की समीक्षा की गई। सीईओ जिला पंचायत जितेन्दर यादव भी बैठक में उपस्थित रहे। कलेक्टर सिन्हा ने इस दौरान कहा कि इस वर्ष के परीक्षा परिणाम अपेक्षाकृत उतने अच्छे नहीं रहे है। इसे अगले शिक्षा सत्र में सुधारकर बेहतर करने की जरूरत है। जिसकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी शिक्षकों पर है। अगले शिक्षा सत्र में उत्कृष्ट परीक्षा परिणामों के लिए अभी से जुट जाएं। जिला स्तर से नियमित रूप से इसकी समीक्षा होगी और लापरवाही मिलने कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि सरकार स्कूलों को बेहतर करने के लिए संसाधनों को बढ़ा रही है। मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना से शालाओं का जीर्णोद्धार हो रहा है। करोड़ों रुपए इसमें खर्च किए जा रहे हैं। स्वामी आत्मानंद स्कूल खोले जा रहे हैं ताकि फीस की चिंता किए बिना पालक अपने बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में पढ़ा सकें। इन सभी प्रयासों का सार तभी निकलेगा जब रिजल्ट अच्छा आएगा, बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होकर आगे बढ़ेंगे। कलेक्टर श्री सिन्हा ने लोक कथा का उदाहरण देते हुए कहा कि शिक्षक ऐसा हो जो छात्र की कमजोरी को उसकी मजबूती बना दे। उन्होंने कक्षा में बच्चों का आंकलन करने तथा मेधावी छात्रों के साथ ही कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि रायगढ़ मैदानी इलाके का जिला है यहां संसाधनों की कमी नहीं है। ऐसे में यहां उत्कृष्ट परिणाम की अपेक्षा हमेशा रहेगी। जिसके लिए अगले शिक्षा सत्र में पूरे साल भर मेहनत करना है।