राजधानी में आलू-प्याज को लेकर मारामारी, कलेक्टर के दबाव में अब 50 किलो आलू का भाव 600 रुपये तय
रायपुर। रायपुर में लगने वाले 10 दिन के लॉकडाउन के चलते सब्जी बाजार बंद होने के नाम पर लोग आलू-प्याज पर टूट पड़े। जिस व्यक्ति को 2-3 किलो में गुजारा हो जाता है, वह भी 10 -20 किलो आलू खरीदते दिखा।
गुढ़ियारी,गोलबाजार, संतोषीनगर, शास्त्रीबाजार में कलेक्टर रायपुर भारतीदासन के निर्देश पर खाद्य विभाग की पांच टीमों ने सभी जगह पर जाकर दबिश दी, जिसके कारण आलू के थोक व्यापारियों में हड़कंप मच गया।
आनन फानन थोक व्यापारियों की बैठक आहूत कर सख्त निर्देश दिया गया कि व्यापारी कठिन समय मे मुनाफाखोरी न करें। अन्यथा प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की जाएगी। इसके बाद बाजार में थोक में बिकने वाले आलू का भाव 600 रुपये 50 किलो का तय किया गया। इस दौरान मूल्य सूची भी दुकानों पर लगवाई गई। जिन चिल्हर व्यापारियों से 700,800 रुपये लिए गए थे, उनके 600 रुपये से अधिक दिए गए राशि को वापस कराया गया।
प्रशासन ने निर्देशित किया गया कि चिल्हर में 20 रुपये से अधिक प्रति किलो आलू बेचने पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की जाएगी। खाद्य विभाग ने भनपुरी में एक ऑटो चालक द्वारा थोक व्यापारी के यहां से 50 कट्टा आलू खरीद कर 800 रुपये में बेचने के मामले को गंभीरता से लेते हुए 41 कट्टा आलू को अभिरक्षा में थोक विक्रेता को दिया गया है।
खाद्य विभाग का कहना है कि गुप्त रूप से जांच पड़ताल जारी रहेगी। गुप्त रूप से आलू खरीदने वालों पर नजर रखी जाएगी। रायपुर के सभी प्रमुख थोक एवं चिल्हर विक्रेताओं पर नजर रखी जा रही है। कलेक्टर रायपुर ने सभी थोक और चिल्हर व्यापारियों को मुनाफाखोरी करने पर कड़ी कार्यवाही की चेतावनी दी है। थोक आलू, प्याज व्यापारी संघ के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने सभी व्यापारियों को मुनाफाखोरी न करने की अपील की है।