बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते तीन गुना महंगी बिक रही सांसे, ऑक्सीजन के लिए हाहाकर
नई दिल्ली। देशभर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी सामने आ रही है। अस्पतालों में सिलेंडर की किल्लत को देखते हुए लोग यहां-वहां भटक रहे हैं। अब लोग खुद ही संक्रमित मरीजों के लिए प्राइवेट सिलेंडर खरीदकर ले जा रहे हैं। मुंबई में की कई गुना मांग बढ़ जाने के कारण जंब ऑक्सीजन सिलेंडर और उसकी रिफिलिंग के दाम आसमान छू रहे हैं। यहां सिलेंडर के दाम तीन गुना तक बढ़ गए हैं।
अस्पतालों का कहना है कि मरीजों के लिए ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पा रहा है। जिसके चलते किल्लत हो रही है। ऑक्सीजन सिलेंडर के रिफिलिंग के दाम बढ़कर तीगुने लगभग 900 रुपये हो गए हैं। उन्होंने बताया, ‘कोरोना दौर से पहले यह 250 रुपये का मिलता था, जो पहले पीक पर 600 रुपये का हो गया और अब 900 रुपये लिए जा रहे हैं।’
‘कुछ अस्पतालों ने सिंगल जंबो सिलेंडर के रिफिलिंग के लिए 2,500 रुपये तक अदा किए हैं जबकि कई छोटे अस्पतालों को समय पर रिफिलिंग के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।’ केमिकल और फर्टिलाइजर मंत्रालय ने सितंबर महीने में मैन्युफैक्चरर की ओर से लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के एक्स फैक्ट्री दाम 15.22/उवट (जीएसटी छोड़कर) तय किए थे जबकि फिलर की ओर से मेडिकल ऑक्सीजन सिलेंडर के दाम 25.71/उवट तय किए थे। यह अगले छह महीनों के लिए थे। ठडानी ने बताया कि वेंडरों ने सिलेंडर के ऐक्चुअल दामों में बढ़ोत्तरी नहीं की है लेकिन ट्रांसपोर्टेशन और लेबर चार्ज बढ़ा दिए हैं।
गाजियाबाद से मिल रहा लखनऊ को ऑक्सीजन
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में ऑक्सीजन की कमी हो रही है। दो दिन पहले प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ऑक्सीजन की कमी हो गई थी। कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन नहीं मिल रही है। अफरातफरी में लखनऊ से आदेश आया कि गाजियाबाद ऑक्सीजन की आपूर्ति करे।
इसके बाद यहां से 20-20 टन के दो टैंकर लखनऊ भेजे गए हैं। फिलहाल लखनऊ में ऑक्सीजन की जरूरत गाजियाबाद से पूरी की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के अलावा दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान तक यहां से ऑक्सीजन की सप्लाइ की जा रही है।
रेट में नहीं हुई है कोई बढ़ोतरी
ऑक्सीजन की डिमांड काफी बढ़ गई थी। तब तक गाजियाबाद वाले प्लांट का उत्पादन नहीं शुरू हुआ था। इसलिए मनमानी तरीके से ऑक्सीजन का रेट बढ़ा दिया गया था। लेकिन इस बार सरकार ने रेट को फिक्स कर दिया है। इसलिए अभी तक डिमांड बढ़ने के बाद भी इसकी कीमत नहीं बढ़ी है। यशोदा अस्पताल के एडमिनिस्ट्रेशन आफिसर आशीष अग्रवाल का कहना है कि ऑक्सीजन की डिमांड काफी बढ़ी है। लेकिन अभी पुराने रेट पर ही सिलेंडर मिल रहा है।