कोरोना के मरीज खाने-पीने को लेकर बरतें ये सावधानियां, जानें कैसा हो आहार
कोरोना मरीजों और कोरोना से रिकवर हो चुके लोगों के लिए पोषण बहुत जरूरी है. कोरोना वायरस के संक्रमण से शरीर कमजोर हो जाता है. ऐसे में कोरोना वायरस संक्रमण से दुरुस्त होने के लिए उचित आहार का सेवन करना जरूरी हो जाता है. पोषण विशेषज्ञ नवीनतम शोध के आधार पर कुछ खाद्य और आहार युक्तियों की सिफारिश कर रहे हैं. जानकारों के अनुसार पहले 50 फीसद पोषण की आवश्यकता को पूरा करना चाहिए और फिर 70 फीसद और फिर 100 फीसद तक इसे ले जाएं.
कोरोना मरीजों और कोरोना से रिकवर हो चुके लोगों के लिए पोषण बहुत जरूरी है. कोरोना वायरस के संक्रमण से शरीर कमजोर हो जाता है. ऐसे में कोरोना वायरस संक्रमण से दुरुस्त होने के लिए उचित आहार का सेवन करना जरूरी हो जाता है. पोषण विशेषज्ञ नवीनतम शोध के आधार पर कुछ खाद्य और आहार युक्तियों की सिफारिश कर रहे हैं. जानकारों के अनुसार पहले 50 फीसद पोषण की आवश्यकता को पूरा करना चाहिए और फिर 70 फीसद और फिर 100 फीसद तक इसे ले जाएं.
कोविड-19 की महामारी के इस दौर में लोगों की प्राथमिकता में स्वास्थ्य खासकर खान-पान का मुद्दा अचानक से ऊपर आ गया है. हालांकि ऐसा नहीं है कि पहले भी लोग सेहत और खान-पान को प्राथमिकता देते थे, लेकिन कोरोना काल में लोग और अधिक जागरूक हो गए हैं.
कोरोना मरीजों के लिए पोषण गाइडलाइन-
बचे हुए भोजन को चिकित्सा अपशिष्ट के रूप में माना जाता है.
नियमित वर्कआउट करें और ब्रीथिंग एक्सरसाइज करें.
उच्च जैविक मूल्य प्रोटीन के साथ संतुलित आहार लें.
ओरल न्यूट्रिशन सप्लीमेंट्स और एंटीऑक्सिडेंट्स प्रदान करें.
एंटीऑक्सिडेंट विटामिन और खनिज की खपत बढ़ाएं.
विटामिन सी और विटामिन डी का सेवन अधिक करें.
कोरोना: क्या करें और क्या न करें –
COVID रोगी उन खाद्य पदार्थों का सेवन करें जो मांसपेशियों, प्रतिरक्षा और ऊर्जा स्तरों के पुनर्निर्माण में मदद करते हैं. ओट्स में कार्बोहाइड्रेट, चिकन, मछली, अंडे, पनीर, सोया, नट्स और बीज प्रोटीन के कुछ अच्छे स्रोत हैं. अखरोट, बादाम, जैतून का तेल, सरसों के तेल जैसे स्वस्थ वसा की सिफारिश की जाती है. दिन में एक बार हल्दी वाला दूध लेना चाहिए. कम से कम 70% कोको के साथ कम मात्रा में डार्क चॉकलेट ले सकते हैं. कम अंतराल पर नरम भोजन करें और भोजन में अमचूर शामिल करना न भूलें.
WHO की ओर से सुरक्षित खान-पान को लेकर जरूरी टिप्स-
ज्यादातर सूक्ष्म जीव कोई बीमारी नहीं फैलाते हैं लेकिन इनमें कुछ ऐसे भी होते हैं जो मिट्टी, पानी, जानवरों और इंसानों में व्यापक रूप से पाए जाते हैं.
ये सूक्ष्म जीव हमारे हाथ, साफ-सफाई के काम आने वाले कपड़े, बर्तन, कटिंग बोर्ड पर मौजूद रहते हैं.
अगर खाने-पीने की चीज से इनका जरा सा भी संपर्क हुआ तो खान-पान से होने वाली बीमारियां होने का खतरा रहता है.
पॉल्ट्री उत्पाद, कच्चे गोश्त को खाने-पीने की दूसरी चीजों से अलग रखें. कच्चे भोजन को हैंडल करते वक्त चाकू और कटिंग बोर्ड का इस्तेमाल करें.
तैयार खाना और कच्चे भोजन के बीच संपर्क न हो, यह सुनिश्चित करें. खाने-पीने की चीजों को कंटेनर में रखें.
मांस, पॉल्ट्री उत्पाद में ऐसे खतरनाक सूक्ष्म जीव हो सकते हैं जो पकाए जाने के दौरान दूसरी चीजों को संक्रमित कर सकते हैं.
गोश्त, पॉल्ट्री उत्पाद, अंडे को अच्छी तरह से पकाया जाना चाहिए.
सूप और स्टू जैसी चीजों को उबालते समय तापमान 70 डिग्री सेल्सियस तक जरूर जाए.
फ्रिज में भी खाना ज्यादा समय के लिए स्टोर न करें.