छत्तीसगढ़ में शासकीय तालाबों में जोरों पर चल रहा अवैध उत्खनन, बड़ी मात्रा में बेचे जा रहे मिट्टी
मस्तुरी। क्षेत्र के कई ग्राम पंचायतों के शासकीय तालाबों में अवैध उत्खनन जोरों से चल रहा है। यहां बढ़ी मात्रा में मिट्टी निकाल कर बेचा जा रहा है। लॉकडाउन में ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए रोजगार की समस्या एक बड़ी चुनौती थी।
ऐसे में रोजगार गारंटी ही लोगों के लिए कारगर साबित हुआ, लेकिन सरपंचों की मनमानी और लापरवाही से कई जगह काम बंद करा कर मशीन से अवैध उत्खनन कर मिट्टी को 300 रुपए ट्रैक्टर में बेचने लगे।
ऐसे में ग्रामीणों के सामने एक बार फिर रोजगार की समस्या खड़ी हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत पेंड्री के लमकेशर शासकीय तालाब मनरेगा के तहत गहरीकरण के लिए 8 लाख 40 हजार स्वीकृति हुआ। 15 दिन तक तालाब में मजदूरों से काम भी कराया और लगभग 5 लाख तक खर्च कर सरपंच खम्भन चतुर्वेदी ने काम बंद करा दिया।
इसके बाद उन्होंने 2 जेसीबी और 10 ट्रैक्टर से अवैध उत्खनन शुरू कर दिया। सरपंच ने 300 रुपए ट्रिप में मिट्टी बेचना शुरू कर दिया। मशीन से 1 दिन में लगभग 50 ट्रिप मिट्टी निकाल कर ग्राम के पास एक रइस में बेचा गया। सरपंच ने बताया कि उन्हें मस्तुरी तहसीलदार ने अनुमति दिया है, जबकि अनुमति में कही कोई खनन की बात नहीं कही गई है। जब मस्तुरी एसडीएम पंकज डाहीरे से इस संबंध में बात किया गया तो उन्होंने इस पर कार्रवाई करने की बात कही।