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बरसात के मौसम में इम्यूनिटी बढ़ाएगी नाशपाती, जानिए इसके हैरान कर देने वाले फायदे

नाशपाती  सेब से जुड़ा एक उप-अम्लीय फल है, लेकिन इसमें शर्करा अधिक तथा अम्ल कम पाया जाता है। 2000 ईसा पूर्व में चीन में नाशपाती की खेती की जाती थी। इसकी पत्तियां एक एक करके दायें बाएं व्यवस्थित होती है। नाश्पाती की प्रजातियां पर्णपाती होती हैं, किन्तु दक्षिण-पूर्वी एशिया में एक-दो प्रजातियां सदाबहार भी पायी जाती हैं।

नाशपाती दुनिया भर में उत्पादित और खपत होने वाले फल हैं, जो एक पेड़ पर उगते हैं और गर्मियों के अंत में अक्टूबर में काटे जाते हैं। नाशपाती का पेड़ और झाड़ी, रोसेसी परिवार में जीनस पाइरस की एक प्रजाति है, जो इसी नाम के पोमेसियस फल को प्रभावित करती है।

नाशपाती की कई प्रजातियों को उनके खाद्य फल और रस के लिए महत्व दिया जाता है, जबकि अन्य की खेती पेड़ों के रूप में की जाती है।दुनिया भर में नाशपाती की लगभग 3000 ज्ञात किस्में उगाई जाती हैं, जो आकार और स्वाद दोनों में अलग होती हैं।

नाशपाती के औषधीय गुण (नाशपाती) में बहुत से विटामिन्स  और खनिज होते हैं इसलिए इसको खाने से हमारे शरीर को विटामिन्स और आहारीय खनिजों की पूर्ति हो जाती है। नाशपाती में आहारीय रेशे की अच्छी मात्रा होती है, जो कि पाचन तन्त्र को मजबूत बनाता है। नाशपाती खाने से कब्ज ठीक हो जाती है।

नाशपाती में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन C की अधिकतम मात्रा की वजह से हमारी प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूती प्रदान करता है और नाशपाती में आयरन  की प्रचुर मात्रा पाए जाने के कारण हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है जो एनीमिया से लड़ने में सहायक होता है।

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