छत्तीसगढ़

प्रदेश में मेरिट सूची में सीजी बोर्ड का दबदबा

रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में कालेजों की मेरिट सूची में पहली बार छत्तीसगढ़ (सीजी) बोर्ड के छात्र सीबीएसई पर भारी पड़ रहे हैं। यह कोरोना काल का प्रभाव रहा कि मेरिट सूची में ज्यादातर छात्र सीजी बोर्ड के हैं। ऐसे में सीबीएसई बोर्ड से परीक्षा पास करने वाले छात्रों के लिए सरकारी कालेजों में मनपसंद विषय थोड़ा मुश्किल हो गया है।

सीबीएसई के छात्रों का दर्द है कि इस वर्ष सीजी बोर्ड के छात्रों ने घर से परीक्षा दी है, जबकि सीबीएसई बोर्ड के छात्रों का परीक्षा परिणाम कक्षा 10 वीं, 11 वीं व प्री बोर्ड और आनलाइन टेस्ट के आधार पर निकला है। यही वजह है कि इस बार सीजी बोर्ड की तुलना में सीबीएसई बोर्ड के ज्यादा छात्र कटआफ के दायरे से बाहर हो गए हैं।

राजधानी के प्रमुख कालेजों की बात करें तो साइंस कालेज में सीजी बोर्ड वाले मेरिट सूची में टाप पर रहे। यहां करीब 98 फीसद सीजी बोर्ड वाले छात्रों को दाखिला मिला है। महंत कालेज, दुर्गा कालेज में भी न सिर्फ सीजी बोर्ड वाले मेरिट सूची में टापर पर रहे। दाखिला लेने वाले 70 फीसद से अधिक छात्र सीजी बोर्ड से ही रहे।

यही स्थिति डिग्री गर्ल्स कालेज में भी रही, जहां करीब 75 फीसद सीजी बोर्ड के छात्रों को दाखिला मिला है, जबकि इससे पहले प्रवेश सत्र में सीबीएसई व सीजी बोर्ड के छात्रों में इतना अंतर नहीं आता था। कालेज प्राध्यापकों ने बताया कि पहले बराबर लगभग 50-50 या फिर सीजी 60 सीबीएसई 40 फीसद का अंतर होता था, वहीं सीबीएसई भी मेरिट में शामिल रहते थे।

पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से संबद्ध कालेजों में दूसरे चरण के लिए आनलाइन पंजीयन गुरुवार को खत्म हो गया। 27 अगस्त यानी आज दूसरी मेरिट सूची जारी होगी। जिसके आधार पर एडमिशन शुरू होगा।

पहले चरण में हुए दाखिले की प्रक्रिया में आधे से अधिक सीटें खाली रहीं। कालेज प्रबंधनों का दावा है कि दूसरे चरण के दाखिले में सीटें भर जाएंगी। मिली जानकारी के मुताबिक रविवि से संबद्ध 144 कालेज हैं। इसमें इसमें 1.86 लाख बच्चे हर साल दाखिला लेते हैं।

सहायक संचालक के लिए अभ्यर्थियों ने दी परीक्षा
छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग द्वारा विभिन्ना पदों के लिए गुरुवार को परीक्षा आयोजित की गई थी। इसमें सैकड़ों अभ्यर्थियों ने सहायक संचालक जनसंपर्क विभाग, उच्च शिक्षा विभाग के लिए कुल सचिव, उपकुल सचिव, सहायक कुल सचिव व महाविद्यालयों में रजिस्ट्रार के पदों के लिए परीक्षा दी।

इधर रायपुर के नर्सिंग कालेज में पांच लेक्चरार पदों के लिए आयोजित कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) में 469 आवेदकों ने भाग लिया। परीक्षा के लिए दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु में एक-एक सेंटर और रायपुर में तीन सेंटर्स बनाए गए थे। इसमें कुल 675 आवेदकों ने स्वयं को पंजीकृत किया था।
प्रथम वर्ष में पहले चरण में दाखिले की स्थिति
महंत कालेज
विषय – सीटें – दाखिले
बीकाम – 600 – 350
बीए – 300 – 145
बीसीए – 30 – 30
बीबीए – 40 – 30
डिग्री गर्ल्स कालेज
विषय – सीटें – दाखिले
गणित – 115 -46
बायो -290 – 69
बीकाम – 150 – 27
बीए – 400 – 66
साइंस कालेज
विषय – सीटें – दाखिले
गणित – 400 -94
बायो – 444 – 60
बीसीए – 50 – 13
छत्तीसगढ़ कालेज
विषय – सीटें – दाखिले
बीए – 360 – 50
बीकाम – 240 – 35
बायो – 240 – 10
गणित – 128- 5
नोट : आंकड़े कालेज प्रबंधन द्वारा दिए गए हैं।

पहले सीबीएसई व सीजी बोर्ड के छात्रों में दाखिले का फीसद बराबर ही होता था। इस बार करीब 70 फीसद से अधिक सीजी बोर्ड वाले छात्रों को दाखिला मिला है। नंबर अधिक मिलने की वजह से स्थिति बनी है। -डा. देवाशीष मुखर्जी, प्राचार्य, महंत कालेज

सीजी बोर्ड के छात्रों ने घर पर ही परीक्षा दी है। ऐसे में जाहिर सी बात है कि ज्‍यादातर बच्चे नकल कर ही लिखे होंगे। जबकि सीबीएसई का रिजल्ट मूल्यांकन के आधार पर हुआ है। इसलिए परसेंटेज में अंतर आया है। -डा. राजेंद्र शुक्ला, प्रोफेसर, दुर्गा कालेज

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