महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में आबकारी विभाग के एक कर्मचारी की पार्षद समेत दो लोगों ने उसके कार्यालय में पिटाई कर दी। कर्मचारी ने स्थानीय कांग्रेस विधायक पर मारपीट करवाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने इस मामले में नगर पालिका परिषद के पार्षद समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
पीड़ित कर्मचारी ने आरोप लगाया कि महासमुंद कांग्रेस विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर के इशारे पर उसकी पिटाई की गई। हालांकि विधायक ने इस आरोप का खंडन किया है। महासमुंद की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेघा तेम्भुरकर साहू ने बताया कि घटना मंगलवार दोपहर जिलाधिकारी कार्यालय स्थित आबकारी कार्यालय में हुई।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र की पुलिस ने आबकारी विभाग के कर्मचारी लीलाराम साहू की शिकायत पर पार्षद बबलू हरपाल और दीपक ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि साहू ने अपनी शिकायत में कहा है कि आज दोपहर में जब वह अपने कार्यालय में था तब विधायक चंद्राकर अपने साथियों दीपक ठाकुर और बबलू हरपाल के साथ वहां पहुंचे। बाद में विधायक के निर्देश पर हरपाल, ठाकुर और अन्य लोगों ने उसके साथ मारपीट की। पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा, 325, 506, 34 और अन्य के तहत दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
विधायक ने आरोपों से किया इनकार
पुलिस अधिकारी ने इस मामले में विधायक के शामिल होने के संबंध में पूछे गए सवाल पर कहा है कि जांच में ऐसी कोई भी बात सामने नहीं आई है। जिनके खिलाफ शिकायत की थी उन्हें गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। वहीं, विधायक चंद्राकर ने आरोपों से इनकार किया और कहा कि उन्होंने आबकारी कार्यालय में मारपीट को रोकने की कोशिश की।
भाजपा ने कांग्रेस विधायक को बर्खास्त करने की मांग की
उधर, राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने इस मामले में विधायक को बर्खास्त कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मोतीलाल साहू ने आरोप लगाया कि जबसे कांग्रेस सत्ता में आई तब से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि शर्मनाक बात यह है कि कांग्रेस के विधायक और नेता भी सत्ता के अहंकार में पेशेवर अपराधियों जैसा व्यवहार करने लगे हैं।