नया रायपुर किसान आंदोलन बना जातीवाद का अड्डा
नवा रायपुर। किसान आंदोलन में फिर एक बार सतनामी समाज को जातिवाद का सिकार होना पड़ा, जब से किसान आन्दोलन शुरू हुआ है तब से समाज का शोषण हो रहा है जबकि नया रायपुर सतनामी समाज का बाहुल्य क्षेत्र होते हुए भी शुरू दिन से समाज के पंथी नृतक को मंच में स्थान नही दिया और न ही कोई विशेष महत्व दिया गया है, और आज समाज के आन बान शान धर्मगुरु गुरु खुशवंत साहेब जी आज आंदोलन को समर्थन देने के लिए आने वाले थे तो किसान आंदोलन के पदाधिकारियों द्वारा गुरु जी का विरोध करेंगे और मंच नही देंगे बोल रहे हैं , जबकि एक सप्ताह पूर्व खुद रूपन चन्द्राकर के द्वारा घोषणा किया जा चुका था कि समाज के गुरु जी का हम स्वागत करते हैं करके, और गुरुजी के आंदोलन में समर्थन देने के एक दिन पूर्व ही सब पदाधिकारी राजी थे तो ऐन वक्त में गुरु का विरोध करना समझ से परे है, सतनामी समाज गुरुप्रधान समाज है इस प्रकार से समाज के धर्मगुरू का अपमान करना समाज का अपमान है जिसे पूरा सतनामी समाज घोर निंदा करते हैं, ओर कल इस मुद्दे को लेकर पूरे सतनामी समाज से अपील करते हैं कि सतनाम भवन कोटराभाठा में सभी सामाजिक बंधुओ से अपील हैं कि दिन सोमवार 24 जनवरी को दोपहर 1 बजे जरूर आने की अपील समस्त सतनामी समाज नवा रायपुर परिक्षेत्र द्वारा किया गया है।