सेहत । मौसम में बदलाव आने के साथ-साथ कई बीमारियां भी बढ़ती जाती हैं। खासकर बरसाती मौसम में वायरल इंफेक्शन, मलेरिया, डैंगू जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इस मौसम में डैंगू बहुत जल्दी फैलता है। यह वायरस संक्रमित एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से लोगों में फैलता है।
मच्छर काटने के बाद व्यक्ति में 4-10 दिनों में इसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं। बुखार का आना डेंगू का आम लक्षण होता है। सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द, जी मिचलाना और आंखों के पीछे दर्द होना भी डेंगू के लक्षण ही होते हैं। डेंगू के कुछ और भी लक्षण होते हैं जिनके कारण आपको स्वास्थ्य संबंधी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। तो चलिए जानते हैं उनके बारे में…
कैसे गंभीर होता है डेंगू?
वैसे डेंगू एक या फिर दो सप्ताह में ठीक हो जाता है, लेकिन कुछ मामलों में लक्षण ज्यादा खराब भी हो जाते हैं, जिसके कारण गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं। डेंगू तब गंभीर होता है, जब रक्त वाहिकाएं क्षतिग्रस्त और लीक होती हैं। इससे रक्तप्रवाह में थक्का बनाने वाली कोशिकाओं की संख्या कम हो जाती है, जिसके कारण व्यक्ति को आंतरिक रक्तस्त्राव जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता है।
पेट में तेज दर्द
डेंगू होने पर सिरदर्द, शरीर में दर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। लेकिन यदि आपको बहुत ज्यादा पेट में दर्द हो रहा है तो इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। यह डेंगू का लक्षण हो सकता है। पेट में दर्द होने पर आप डॉक्टर से संपर्क भी जरुर करें।
लगातार उल्टी होते रहना
यदि आपको पेट में दर्द होने के अलावा उल्टियां भी हो रही हैं तो भी यह डेंगू का संकेत हो सकता है। इसके अलावा यदि आपको कुछ घंटों या फिर दिन तक बार-बार उल्टी आ रही है तो ऐसे स्थिति में आप अपनी पूरी देखभाल करें। यह डेंगू के लक्षण हो सकते हैं।
नाक से खून बहते रहना
मसूड़ोंं और नाक से खून बहना भी डेंगू का लक्षण हो सकता है। यदि आपके नाक में से लगनातार खून बह रहा है तो आपको डॉक्टर से संपर्क भी जरुर करना चाहिए। डेंगू में आपके पेशाब, मल या उल्टी में भी खून निकल सकता है। ऐसी स्थिति में आप घबराएं नहीं, बल्कि अपना समय पर इलाज करवा लें।
सांस लेने में समस्या
यदि आपको बुखार, उल्टी, पेट दर्द, नाक से खून बहने के अलावा सांस लेने में भी परेशानी हो रही है तो भी यह डेंगू का संकेत हो सकता है। सीने में दर्द, छाती में जलन और यदि सांस लेने में आपको समस्या हो रही है तो भी एक बार डॉक्टर से संपर्क जरुर करें।
सुस्ती और बेचैनी रहना
यदि आपको सारा दिन सुस्ती, आलस और बेचैनी हो रही है तो भी यह डेंगू का संकेत हो सकता है। इसके अलावा हर समय बैचेनी, घबराहट और दिल की धड़कन तेज होना आपकी स्थिति के गंभीर होने के संकेत हो सकते हैं।
प्लेटलेट्स में कमी
डेंगू के मरीजों में प्लेटलेट्स की कमी भी होती है। लेकिन यदि आपके प्लेटलेट्स में तेजी से कमी देखने को मिल रही है तो आप स्थिति को नजरअंदाज न करें और डॉक्टर को संपर्क भी अवश्य करें। प्लेटलेट्स के कमी के कारण आपको जान का खतरा भी हो सकता है।