पुलवामा आतंकी हमले की चौथी बरसी आज,40 जवान आज ही के दिन हुए थे शहीद
नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर. पुलवामा में हुए टेरेरिस्ट अटैक को आज 4 साल पूरे हो गए हैं. 14 फरवरी यानी आज जम्मू-कश्मीर में हुए पुलवामा हमले की चौथी बरसी है. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. हालांकि, भारतीय वीरों की शहादत बेकार नहीं गई, क्योंकि हमले के 12 दिन बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों से बदला लिया था. इस कार्रवाई में पाकिस्तानी सरजमीं पर संचालित हो रहे कई आतंकी शिविरों को हवाई हमलों के जरिए तबाह कर दिया गया. देश पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को याद कर रहा है.
हमले के बाद 17 फरवरी को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि मैं अपने दिल में वही आग महसूस करता हूं, जो आपके अंदर भड़क रही है. उन्होंने कहा था कि “सभी आंसुओं का बदला लिया जाएगा” और सशस्त्र बलों को “दुश्मन के खिलाफ प्रतिशोध की जगह, समय को तय करने की पूर्ण स्वतंत्रता दी गई है”.
हमले के बाद भारत ने ऐसे सिखाया सबक-
पुलवामा में आतंकी हमले के बाद भारत ने कड़ा रुख अपनाया और पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए कई कड़े कदम उठाए. इन कदमों ने पाक को काफी नुकसान पहुंचाया.
26 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना पाकिस्तान के बालाकोट में दाखिल हुई और एयर स्ट्राइक के जरिये आतंकवादी शिविरों को नष्ट किया.
27 फरवरी को पाकिस्तान की वायु सेना भारत को जवाब देने के लिए जम्मू कश्मीर में घुसती है और हवाई हमला करती है. जवाब में भारत वायुसेना भी उतरती है. हालांकि इस दौरान भारतीय मिग-21 पाकिस्तानी सेना के हमले की चपेट में आ जाता है और पाकिस्तान में गिर जाता है. इसके बाद मिग-21 के पायलट अभिनंदन वर्धमान को पाकिस्तानी सैनिक पकड़ लेते हैं.
1 मार्च 2019 को अमेरिका और अन्य देशों के दबाव की वजह से पाकिस्तानी सेना अभिनंदर वर्धमान को रिहा कर देती है.
पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से सभी व्यापारिक रिश्ते खत्म कर दिए. यही नहीं भारत की तरफ से पाक से सर्वाधिक तरजीही देश का दर्जा भी वापस ले लिया गया. इससे पाकिस्तान को आर्थिक मोर्चे पर काफी नुकसान उठाना पड़ा.
भारत सरकार ने फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ऑन मनी लॉन्ड्रिंग (FATF) से पाक को ब्लैक लिस्ट में डालने की मांग भी की थी.