कही आप के शरीर में भी तो नहीं है ऐसा तिल ,,कैंसर का लक्षण
हेल्थ टिप्स: कैंसर की बीमारी के लक्षणों को समय रहते पहचानना बेहद जरूरी है. ज्यादातर लोगों में कैंसर के लक्षण शरीर पर देखने को मिल सकते हैं. मेलेनोमा कैंसर भी एक ऐसा कैंसर है जो त्वचा पर होने वाले तिल में भी पनप सकता है. स्किन कैंसर फाउंडेशन यूएस के अनुसार 2023 में मेलेनोमा के 97,610 मामले सामने आए हैं उनमें से 58,120 पुरुष और 39,490 महिलाएं थीं. इसके अलावा मेलेनोमा से मरने वाले 7,990 लोगों में से 5,420 पुरुष थे, जो महिलाओं की संख्या से अधिक है. तो ऐसा क्या है जो पुरुषों को त्वचा कैंसर के साथ-साथ मेलेनोमा से मौत का खतरा ज्यादा होता है? इस आर्टिकल में जानते हैं कि पुरुषों में स्किन कैंसर ज्यादा क्यों हो रहा है.
मेलेनोमा क्या है?
मेलेनोमा त्वचा कैंसर का सबसे घातक रूप है. मेलानोमा उन कोशिकाओं में विकसित होता है जो आपकी त्वचा को उसका रंग देता है. मेलेनोमा आपकी आंखों में भी बन सकता है और शायद ही कभी आपकी नाक या गले में. सूर्य के प्रकाश से पराबैंगनी (यूवी) विकिरण के संपर्क में आने से मेलेनोमा विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है. मेलेनोमा एक बहुत तेजी से फैलने वाला कैंसर है, यह आपके शरीर पर होने वाले तिल में भी हो सकता है.
पुरुषों में इस कैंसर का खतरा ज्यादा क्यों है?
ऐसे कई कारण हैं जो महिलाओं की तुलना में पुरुषों में मेलेनोमा का खतरा ज्यादा दिखाते हैं. कुछ अध्ययनों के अनुसार पुरुषों की त्वचा एंटीऑक्सिडेंट को बरकरार नहीं रख सकती है जिस तरह से महिलाओं की त्वचा करती है. इससे स्किन कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. कुछ अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि महिलाओं के उच्च एस्ट्रोजेन स्तर त्वचा की सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं. सूरज की किरणो के प्रति पुरुषों का रवैया भी गलत है. सर्वेक्षणों से पता चलता है कि पुरुषों को महिलाओं की तुलना में त्वचा कैंसर के जोखिमों के बारे में कम जानकारी होती है और वे सनस्क्रीन का उपयोग कम करते हैं.
सनस्क्रीन सिर्फ महिलाओं के लिए नहीं है
लगभग आधी महिलाओं का कहना है कि वे नियमित रूप से सनस्क्रीन का उपयोग करती हैं जब वे धूप वाले दिन बाहर समय बिता रही होती हैं, जबकि केवल एक चौथाई पुरुष कहते हैं कि वे भी ऐसा करते हैं और 40 प्रतिशत से अधिक पुरुषों का कहना है कि जब वे धूप में निकलते हैं तो वे कभी भी सनस्क्रीन का उपयोग नहीं करते हैं