छत्तीसगढ़रायपुर

छत्तीसगढ़ के लिए गौरव का पल: सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस बनाए गए प्रशांत मिश्रा, रायगढ़ के माटी के लाल ने बढ़ाया प्रदेश का मान…

रायगढ़ : रायगढ़ के माटी के लाल ने प्रदेश का मान बढ़ाया है। छत्तीसगढ़ के लिए गौरव का पल है। रायगढ़ के रहने वाले प्रशांत मिश्रा को सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस बनाए गए हैं। रायगढ़ जिला कोर्ट में बतौर अधिवक्ता पैरवी करने के बाद जबलपुर हाई कोर्ट में वकालत, छग बनने के बाद छग हाई कोर्ट में महाधिवक्ता बने प्रशांत मिश्रा ने छग हाई कोर्ट में जस्टिस के साथ ही कार्यवाहक चीफ जस्टिस की भी भूमिका निभाई। वर्तमान में आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस प्रशांत मिश्रा सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस बनाए गए हैं। रायगढ़ के बेटे की इस नियुक्ति से जिले के साथ शहर में खुशी की लहर है।

प्रशांत मिश्रा रायगढ़ के प्रतिष्ठित डॉक्टर प्रकाश मिश्रा के भाई हैं। आंध्र प्रदेश के चीफ जस्टिस प्रशांत मिश्रा अब सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस बनाए गए हैं। रायगढ़ जिला न्यायालय से शुरू हुए उनके जीवन में कई पायदान तय करने के बाद अब वे देश की सर्वोच्च अदालत में न्याय करेंगे। उनके साथ सीनियर वकील केवी विश्वनाथन के नाम की भी सिफारिश भेजी गई है. केंद्र सरकार की मंजूरी मिलने पर जस्टिस मिश्रा छत्तीसगढ़ के पहले माटी पुत्र होंगे, जो सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस बनेंगे. फिलहाल वे आंध्रप्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस हैं. इससे पहले छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के कई जस्टिस सुप्रीम कोर्ट में सेवा दे चुके हैं।

सुप्रीम कोर्ट में जजों के 34 पद स्वीकृत

सुप्रीम कोर्ट में जजों के 34 पद स्वीकृत हैं. इनमें दो पद खाली हैं. इन दो पदों के लिए कॉलेजियम ने दो नामों की केंद्र सरकार को सिफारिश भेजी है. बता दें कि जस्टिस मिश्रा को 13 अक्टूबर 2021 को आंध्रप्रदेश हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया था. इससे पहले वे छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के कार्यवाहक चीफ जस्टिस थे। जस्टिस मिश्रा छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के जज के रूप में भी काम कर चुके हैं. बता दें कि जस्टिस दिनेश माहेश्वरी और जस्टिस एमआर शाह के सेवानिवृत्त होने के बाद सुप्रीम कोर्ट में जज के दो पद खाली हुए हैं. इन पदों को भरने के लिए ही आज नवगठित कॉलेजियम की बैठक हुई है.

रायगढ़ जिले में हुआ था जन्म

जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा का जन्म 29 अगस्त 1964 को छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में जन्म हुआ था. उन्होंने बीएससी की पढ़ाई की. इसके बाद गुरु घासीदास विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री ली. चार सितंबर 1987 को वकील के रूप में काम शुरू किया. उन्होंने रायगढ़ जिला न्यायालय, जबलपुर हाईकोर्ट, बिलासपुर हाईकोर्ट में प्रैक्टिस की. इस दौरान उन्होंने सिविल, क्रिमिनय और रिट सभी तरह के मामलों की पैरवी की. जनवरी 2005 में उन्होंने छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के सीनियर अधिवक्ता के रूप में नॉमिनेट किया गया. वे छत्तीसगढ़ राज्य बार कौंसिल के अध्यक्ष भी रहे.

हाईकोर्ट के नियम निर्माण समिति में वे सदस्य रहे

छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के नियम निर्माण समिति में वे सदस्य रहे. 26 जून 2004 से 31 अगस्त 2007 तक छत्तीसगढ़ राज्य के अतिरिक्त महाधिवक्ता बने. इसके बाद एक सितंबर 2007 से महाधिवक्ता के रूप में काम किया. 10 दिसंबर 2009 को उन्हें छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के जज के रूप में प्रमोट किया गया। एक जून 2021 से 11 अक्टूबर 2021 तक छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के कार्यवाहक चीफ जस्टिस रहे. 13 अक्टूबर 2021 को आंध्रप्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस का पदभार ग्रहण किया.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button