रायपुर । कांग्रेस में टिकट कटने की कलह खत्म होने का नाम ही ले रहा है। अब सराईपाली विधानसभा से सिटिंग विधायक का टिकट कटने के बाद विधायक जी ने बागी तेवर अपना लिये है। गाड़ा समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले विधायक किस्मत लाल नंद ने साफ किया है कि यदि पार्टी टिकट बदलने को लेकर विचार नही करती है, तो वे समाज और समर्थकों के फैसले पर किसी भी पार्टी से चुनाव लड़ सकते है। इसके साथ ही उन्होने गाड़ा समाज का प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते टिकट नही मिलने पर पूरे प्रदेश में गाड़ा समाज का रूख बदलने की भी चेतावनी दे दी है।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे पर वार-पलटवार करने में जुटी हुई है। लेकिन इन राजनीतिक हमलों के बीच दोनों ही पार्टियां अपने ही नेताओं से संघर्ष करती भी नजर आ रही है। कांग्रेस में 90 सीटों पर टिकट वितरण के बाद से ही बगावत के सुर खुलकर सामने आने लगे है। कांग्रेस की तीसरी लिस्ट सामने आने के बाद अब सरायपाली से विधायक किस्मतलाल नंद बागी हो गये है। पार्टी ने इस सीट से मौजूदा विधायक का टिकट काटकर चातुरी नंद को अपना प्रत्याशी बनाया है।
पार्टी के इस फैसले के बाद गाड़ा समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले किस्मतलाल नंद नाराज है। मौजूदा विधायक का टिकट कटने के बाद नाराज गाड़ा समाज के पदाधिकारी और कांग्रेस पार्टी के कई पदाधिकारी, कार्यकर्ता और ब्लॉक अध्यक्ष सोमवार को सरायपाली विधायक जनसंपर्क कार्यालय पहुंचे। यहां बैठक आयोजित कर पार्टी के शीर्ष नेताओं से एक बार फिर टिकट बदलने के लिए आग्रह करने का फैसला लिया गया। इसके बाद भी यदि पार्टी प्रत्याशी नहीं बदलती है, तो आने वाले समय में किस्मत लाल नंद को ही किसी भी पार्टी से चुनाव लड़ाने के बात पर सभी ने अपना समर्थन दिया।
बैठक में ये भी तय किया गया कि यदि विधायक किस्मतलाल नंद निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में भी चुनाव लड़ते हैं, तो पूरे गाड़ा समाज के लोग और कांग्रेस पार्टी के उनके समर्थक उनके लिए काम करेंगे। नाराज विधायक किस्मतलाल नंद ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी ने जिस प्रत्याशी को टिकट दिया है, वह फर्जी चौहान सेना की प्रदेश अध्यक्ष हैं। जिनका गाड़ा समाज से कोई लेना-देना नहीं है। ऐसे में गाड़ा समाज के लोग जैसा निर्देश और निर्णय लेंगे उसके अनुरूप आगे चलकर वे कोई बड़ा फैसला करेंगे। विधायक ने मीडिया से चर्चा के दौरान ये भी कह दिया कि वे गाड़ा समाज के प्रदेश अध्यक्ष है।
यदि पार्टी टिकट देने को लेकर फिर से विचार नही करती है, तो फिर आने वाले चुनाव में गाड़ा समाज को पूरे प्रदेश में किस ओर जाना है, इसे लेकर भी समाज को अवगत करायेंगे। गौरतलब है कि सरायपाली विधानसभा में गाड़ा समाज की बहुलता है। ऐसे में नाराज विधायक जहां बागी होकर पार्टी को चुनौती दे रहे है, वहीं टिकट नही मिलने पर पूरे प्रदेश में गाड़ा समाज का रूख बदलने की भी चेतावनी देते नजर आ रहे है। ऐसे में देखने वाली बात होगी कि कांग्रेस इस सीट से नाराज विधायक को समय रहते मना लेती है, या फिर विधायक जी समाज और नाराज कार्यकर्ताओं के समर्थन पर चुनावी दंगल में ताल ठोककर पार्टी को नुकसान पहुंचाते है। ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।