सुकमा

CG ब्रेकिंग: नक्सलियों ने 16 साल के स्कूली छात्र की पीट-पीटकर ले ली जान, 6 दिन पहले बड़े भाई को दी थी खौफनाक सजा….गांव में दहशत व्याप्त

सुकमा : सुकमा जिले में नक्सलियों ने आजादी के जश्न से ठीक पहले एक 16 साल के स्कूली छात्र हत्या कर दहशत फैलाने की कोशिश की है। बताया जा रहा है कि मृतक अपने परिवार में गमी के कार्यक्रम में शामिल होने दंतेवाड़ा से पहुंचा था। जिसे माओवादियों ने पुलिस मुखबिर के शक में मौत के घाट उतारकर क्षेत्र में दहशत फैला दी है। बताया जा रहा है कि इस घटना से ठीक 6 दिन पहले मृतक छात्र के बड़े भाई की भी नक्सलियों ने हत्या कर दी थी।

एक सप्ताह के भीतर दो भाईयों की हत्या के बाद क्षेत्र में दहशत व्याप्त है। वहीं माओवारियों के इस कायराना करतूत की जानकारी के बाद पुलिस फोर्स मौके पर रवाना की गयी। क्षेत्र में जवानों के द्वारा सर्चिंग तेज कर दी गयी है। स्वतंत्रता दिवस से ठीक पहले हत्या की ये वारदात जगरगुंडा थाना क्षेत्र के पुवर्ती गांव की है। जानकारी के मुताबिक माओवादियों ने मंगलवार की रात स्कूली छात्र की हत्या की। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार मृतक की पहचान सोयम शंकर के रूप में हुई है, जो अपने एक रिश्तेदार की मौत के बाद गमी के कार्यक्रम में शामिल होने वहां पहुंचा था।

पुलिस अधिकारियों की माने तो स्कूली छात्र की हत्या की सूचना मिलने के बाद सुबह पुलिस दल को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया। मौके से शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। सुकमा जिले के एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मृतक दंतेवाड़ा जिले के पालनार इलाके के एक सरकारी स्कूल में पढ़ने वाला छात्र था। जिसकी पहचान सोयम शंकर के रूप में हुई है।

सप्ताह भर पहले परिवार की एक महिला सदस्य की मौत के बाद पोयम शंकर सुकमा के पुवर्ती गांव पहुंचा था। एसपी ने मीडिया को बताया कि प्रथम दृष्टया नक्सलियों ने पुलिस मुखबिर के संदेह में शंकर की हत्या की। पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि शंकर के बड़े भाई 19 वर्षीय सोयम सीताराम की भी पांच-छह दिन पहले उसी गांव में नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। नक्सलियों की इस वारात के बाद खौफ में परिवार ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया था। इस पूरे घटनाक्रम के संबंध में पुलिस जानकारी जुटाने में जुट गयी है।

एसपी ने बताया कि नक्सलियों के डर से शंकर का परिवार गांव छोड़कर कहीं और चला गया है। एसपी ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम की पुलिस अधिकारियों द्वारा जांच की जा रही है। पुवर्ती गांव नक्सली नेता और माओवादियों की पीएलजीए बटालियन नंबर एक के पूर्व कमांडर हिडमा और मौजूदा कमांडर बारसे देवा का गृह ग्राम है। माओवादियों की पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी पीएलजीए बटालियन नंबर एक की दक्षिण बस्तर में कई घातक हमलों में संलिप्तता रही है। पुलिस ने इस साल फरवरी महीने में पुवर्ती में अपना कैम्प स्थापित किया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button