Life Styleहेल्थ
शरीर में Vitamin B5 की कमी होने पर दिखते हैं ये लक्षण, जानें..
विटामिन बी5 जिसे पैंटोथेनिक एसिड भी कहा जाता है, शरीर के लिए एक आवश्यक विटामिन है. यह कई जरूरी शारीरिक कामों में शामिल होता है, जैसे कि एनर्जी प्रोडक्शन, कोलेस्ट्रॉल का सिंथेसिस और हार्मोन प्रोडक्शन. हालांकि, कई कारणों से शरीर में विटामिन बी5 की कमी हो सकती है. आइए विस्तार से जानते हैं कि विटामिन बी5 की कमी क्यों होती है और इसके बेहतरीन स्रोत क्या हैं.
विटामिन बी5 की कमी के कारण
- विटामिन बी5 से भरपूर चीजों का सेवन न करना सबसे आम कारण है.
- ज्यादा शराब का सेवन विटामिन बी5 के अब्जॉर्प्शन को प्रभावित कर सकता है.
- कुछ दवाएं, जैसे कि एंटीबायोटिक्स और एंटी-सीज़र दवाएं, विटामिन बी5 के लेवल को कम कर सकती हैं.
- अवशोषण संबंधी विकार जैसे क्रोहन रोग, सीलिएक रोग और अन्य पाचन संबंधी विकार विटामिन बी5 के अब्जॉर्प्शन में रुकावट पैदा करते हैं.
- लंबे समय तक तनाव भी विटामिन बी5 के स्तर को कम कर सकता है.
- किडनी की बीमारी वाले लोगों में विटामिन बी5 का उत्सर्जन बढ़ सकता है.
- गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान विटामिन बी5 की आवश्यकता बढ़ जाती है, जिससे कमी का खतरा बढ़ सकता है.
विटामिन बी5 की कमी के लक्षण
- थकान और कमजोरी
- भूख न लगना
- वजन कम होना
- पाचन संबंधी समस्याएं, जैसे कि दस्त, कब्ज और पेट दर्द
- त्वचा संबंधी समस्याएं, जैसे कि एक्जिमा और डर्मेटाइटिस
- नींद न आना
- चिड़चिड़ापन
- मांसपेशियों में दर्द
- सिरदर्द
- झुनझुनी
- संक्रमण होने का खतरा बढ़ना
विटामिन बी5 के बेहतरीन सोर्स
- मांस: चिकन, बीफ, पोर्क और मछली
- अंडे: अंडे का पीला भाग विटामिन बी5 का एक अच्छा स्रोत है.
- दूध और डेयरी उत्पाद: दूध, दही, पनीर
- अनाज: ब्राउन राइस, ओट्स, जौ
- फल और सब्जियां: एवोकाडो, टमाटर, ब्रोकली, फूलगोभी
- बीज और नट्स: सूरजमुखी के बीज, कद्दू के बीज, बादाम
- दालें: मूंग दाल, चना, मसूर की दाल
विटामिन बी5 की कमी से बचाव के उपाय
- विटामिन बी5 से भरपूर खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करें.
- शराब का सेवन करने से परहेज करें.
- योग, ध्यान या अन्य तनाव प्रबंधन तकनीकों का अभ्यास करें.
- अगर आपको विटामिन बी5 की कमी के लक्षण दिखाई देते हैं, तो डॉक्टर से परामर्श लें.
नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी को प्रदान करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह की किसी भी जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.