क्या आप भी खाते हैं जंगली मशरूम तो हो जाएं सावधान, उल्टी दस्त की बीमारी, हो सकती है मौत..
रायपुर : बरसात के दिनों में जंगल अथवा खेत के मेड़ों में आसपास खुले झाड़ियों में मिलने वाले मशरूम को सेवन न करें. वह बिना देखरेख में उपचारित किया हुआ कवक शैवाल फंगस नुमा होता है जो कि जहरीला होता है. जिसके सेवन करने से लोग उल्टी दस्त एवं वायरल बुखार का शिकार हो जाते हैं. जिसमे मरीज को गंभीर स्थिति में अस्पताल पहुँचाया जाता है, तथा गाँव में इलाज के अभाव में मृत्यु भी हो सकती है.
एक अध्ययन में जंगली मशरूम की विषाक्तता को लेकर स्वास्थ्य चिंता जताया गया है, जिसमें एमाटॉक्सिन युक्त मशरूम को मृत्यु का मुख्य कारण माना गया है।
अध्ययन में एक जंगली मशरूम की विषाक्तता का मामला प्रस्तुत करते हुए बताया गया है कि इसके सेवन से मौतें भी हुईं है. सेवन के 10-15 घंटों के भीतर, लोगों को उल्टी, पेट में दर्द और दस्त जैसे गैस्ट्रो एंटेराइटिस के लक्षण दिखाई दिए गए. यदि ऐसे मामलों में तुरंत चिकित्सा सहायता ली जाए तो इससे बचा जा सकता है, जबकि लक्षणों की शुरुआत के लगभग दो या तीन दिन बाद चिकित्सा सहायता लेने पर गंभीर समस्या, मौत तक हो सकती है.
इसलिए जंगली बांस करील, बिना उपचारित किये खुले मे रखे जंगली फुटु मशरूम का सेवन से परहेज रखें एवं बरसात के उन दिनों घरो में उबाल कर ही पानी पियें, गाँव में बरसात के दिनों में एहतियात बरतें.