क्या आप जानते हैं कि गैस्ट्रिक की दवा आपके किडनी के लिए कितनी खतरनाक हो सकती है? अगर नहीं जानते, तो जान लीजिए…
नई दिल्ली : खानपान में अनियमितता होने पर पेट से जुड़ी कई समस्याएं हो जाती हैं, जिनमें से गैस्ट्रिक की समस्या सबसे आम है। देखा जाता है कि तली-भुनी या ज्यादा मात्रा में खाना खाने से गैस्ट्रिक की समस्या उत्पन्न होती है।
इसके अलावा, कई लोगों को खाने से पहले या बाद में सीने में जलन होती है, या पेट में दर्द होता है। वहीं, कई बार लंबे समय तक भूखे रहने से भी पेट में दर्द हो सकता है।
कुछ लोगों को खाने के बाद मतली जैसा महसूस होता है। इसके अलावा, खाने में मिलावट के कारण किसी भी उम्र के लोगों को गैस्ट्रिक की समस्या हो सकती है। यह मुख्य रूप से पाचन तंत्र की गड़बड़ी का एक लक्षण है।
गैस्ट्रिक की समस्या से राहत पाने के लिए लोग अक्सर बिना डॉक्टर की सलाह के दवाएं लेते हैं। हालांकि, ये दवाएं अस्थायी आराम प्रदान करती हैं, लेकिन शोधकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि ये दवाएं किडनी पर बुरा असर डाल सकती हैं।
शोधकर्ताओं ने पाया है कि प्रोटॉन पंप इनहिबिटर्स (PPIs) नामक गैस्ट्रिक दवाएं लंबे समय में किडनी की गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती हैं।
न्यूयॉर्क स्टेट यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर प्रदीप अरोड़ा और उनकी शोध टीम ने 71,516 मरीजों का अध्ययन किया, जिनमें से 24,149 लोग दीर्घकालिक किडनी समस्याओं से पीड़ित थे। इन रोगियों में से 25% लोगों ने गैस्ट्रिक की समस्या के लिए PPIs का सेवन किया था।
शोध में पाया गया कि PPI का उपयोग करने वालों में से 10% की किडनी रोग की संभावना बढ़ जाती है, और 76% में समय से पहले मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है। प्रोफेसर अरोड़ा का कहना है कि बड़ी संख्या में मरीज PPI जैसी दवाओं का सेवन करते हैं, और जो लोग स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करते हैं, उन्हें इन दवाओं के साइड इफेक्ट्स के बारे में पता होना चाहिए।
गैस्ट्रिक की समस्या से बचने के उपाय:
- पर्याप्त नींद लें।
- धूम्रपान से दूर रहें।
- खुद को खुश और तनावमुक्त रखें।
- थोड़ी-थोड़ी मात्रा में नियमित अंतराल पर भोजन करें और पानी पिएं।
- खीरा, अदरक, लौंग जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें, इससे पेट में गैस नहीं बनती।
- तैलीय, वसा युक्त और मसालेदार भोजन से बचें, इससे गैस की समस्या नहीं होगी।
- नियमित दिनचर्या का पालन करें। रोज़ाना निर्धारित समय पर टहलें और व्यायाम करें, इससे पेट में गैस नहीं बनेगी।
- दही या खट्टा दही का सेवन करें, इसमें प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो पाचनशक्ति बढ़ाते हैं और गैस की समस्या को कम करते हैं।