
सूरजपुर। ऑनलाइन ठगी के मामलों में सख्ती बरतते हुए सूरजपुर पुलिस ने साइबर फ्रॉड से जुड़े गिरोह के दो और सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इससे पहले पुलिस तीन आरोपियों को पकड़ चुकी है। इस पूरे नेटवर्क का संचालन म्यूल अकाउंट के जरिए किया जा रहा था, जिसमें आरोपी साइबर ठगों को बैंक खाता, एटीएम और पासबुक किराए पर उपलब्ध कराते थे।
पुलिस को 16 अप्रैल को म्यूल अकाउंट से जुड़े मामले में जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई थी, जिसके आधार पर विश्रामपुर थाने में FIR दर्ज कर जांच शुरू की गई।
ऐसे हुआ खुलासा
हर ट्रांजेक्शन पर कमीशन
सज्जन गुप्ता ने बताया कि वह हर सेविंग अकाउंट के बदले 10 हजार और करंट अकाउंट के लिए 25 हजार रुपये देता था। इन खातों का इस्तेमाल साइबर फ्रॉड में किया जाता था। अनिल कुमार इन खातों के जरिए लेन-देन कराता था और उसे प्रत्येक ट्रांजेक्शन पर 0.25 प्रतिशत का कमीशन मिलता था।
कई राज्यों तक फैला है मामला
पुलिस जांच में यह सामने आया है कि अनिल कुमार के खातों से 5.25 लाख रुपये और सज्जन गुप्ता के खातों से 6.03 लाख रुपये की लेन-देन हुई है। इन फर्जी ट्रांजेक्शन की शिकायतें तमिलनाडु, तेलंगाना, दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में दर्ज हुई हैं।
कब्जे में लिए गए अहम दस्तावेज
पुलिस ने आरोपियों के पास से बैंक पासबुक, चेकबुक, एटीएम कार्ड और मोबाइल फोन जब्त किए हैं। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की भी जल्द गिरफ्तारी हो सकती है।
साइबर अपराध के खिलाफ कार्रवाई जारी
सूरजपुर पुलिस की यह कार्रवाई साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने की दिशा में अहम मानी जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि साइबर फ्रॉड के इस नेटवर्क की जड़ तक पहुंचकर दोषियों को सख्त सजा दिलाई जाएगी।