
रायपुर। छत्तीसगढ़ में बुधवार को बदले मौसम ने कहर बरपाया। प्रदेश के उत्तर और दक्षिणी हिस्सों में हुई तेज बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से चार लोगों की मौत हो गई। बलरामपुर जिले में पिता-पुत्र समेत तीन लोगों की जान चली गई, जबकि MCB जिले में एक ग्रामीण की मौत हो गई। कुछ मवेशियों के भी मारे जाने की खबर है।
10 जिलों में ऑरेंज अलर्ट, तापमान में गिरावट
मौसम विभाग ने प्रदेश के 10 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अगले चार दिनों तक तेज बारिश, तूफान और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। इस मौसम के प्रभाव से प्रदेश के औसत तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आने की संभावना है।
दुर्ग सबसे गर्म, अंबिकापुर सबसे ठंडा
बुधवार को दुर्ग का अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो प्रदेश में सबसे अधिक था। वहीं अंबिकापुर का न्यूनतम तापमान 23.7 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सबसे कम था। रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग संभाग के कुछ इलाकों में हल्की बारिश और गरज-चमक दर्ज की गई, लेकिन तापमान में विशेष गिरावट नहीं आई।
मौसम में बदलाव के पीछे दो प्रमुख सिस्टम
मौसम विभाग के अनुसार, छत्तीसगढ़ में मौसम में बदलाव दो प्रमुख सिनौप्टिक सिस्टम के कारण हो रहा है। एक द्रोणिका मध्यप्रदेश और झारखंड से होते हुए उत्तर छत्तीसगढ़ से गुजर रही है। दूसरी ओर, बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण दक्षिण छत्तीसगढ़ में तेज बारिश की संभावना बनी हुई है।
यहां हो सकती है बारिश
- कई जगहों पर भारी बारिश संभव: गौरेला, सूरजपुर, बलरामपुर, सरगुजा, जशपुर, कोण्डागांव, बस्तर, सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर
- कुछ इलाकों में बारिश की संभावना: कांकेर, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, कोरिया, कोरबा, जांजगीर-चांपा, बिलासपुर, मुंगेली, शक्ति, सारंगढ़, रायगढ़
- एक-दो जगहों पर हो सकती है बारिश: कबीरधाम, दुर्ग, खैरागढ़, राजनांदगांव, मोहला-मानपुर, बालोद, बेमेतरा, रायपुर, धमतरी, गरियाबंद, महासमुंद, बलौदाबाजार
सरकार ने जारी की सतर्कता की अपील
प्राकृतिक आपदा की इस स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील की है। खुले मैदानों या पेड़ों के नीचे शरण न लेने की सलाह दी गई है। साथ ही मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर रखने की हिदायत दी गई है।