रायपुर । पटवारियों की हड़ताल की वजह से कामकाज काफी प्रभावित हो रहा है। मुख्यमंत्री तक पहुंची पटवारियों की हड़ताल की वजह से लोगों को हो रही परेशानी की शिकायत पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संज्ञान लियाहै। मुख्यमंत्री ने इस मामले में चीफ सिकरेट्री को कड़े निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने हड़ताल के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली है। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि युवाओं और नागरिकों को हड़ताल की वजह से परेशानी नहीं होनी चाहिये। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को कहा है कि पटवारियों की हड़ताल की वजह से नौकरी, भत्ता संबंधी कार्यों में किसी तरह की परेशानी नहीं आनी चाहिये। मुख्यमंत्री ने जनता को हो रही परेशानी पर संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री की नाराजगी से साफ है कि आने वाले दिनों हड़तालियों पर कार्रवाई राज्य सरकार करने वाली है। बुधवार से ही इस मामले में सख्ती का असर दिख सकता है।
बता दें कि पटवारी 15 मई से हड़ताल पर हैं। अभी कालेजों और स्कूलों में प्रवेश से लेकर विभिन्न भर्तियां की जा रही हैं। इनसे जुड़े जरूरी कागजात बनवाने के साथ ही लोग अन्य कई प्रकार के काम के सिलसिले में तहसील से लेकर पटवारी कार्यालयों तक की दौड़ लगा रहे हैं, लेकिन पटवारियों की हड़ताल के चलते उनका काम नहीं हो पा रहा है। इससे ज्यादातर लोग परेशान हैं राजस्व विभाग के आंकड़ों के अनुसार लंबित मामलों में सबसे आगे रायपुर है, जबकि 21 जिलों में तीन हजार से ज्यादा मामले लंबित हैं। वहीं अन्य जिलों में लंबित प्रकरणों की संख्या तीन हजार से कम है। दो जिले ही ऐसे हैं, जहां हजार से भी कम मामले लंबित हैं।
आंकड़ों के अनुसार प्रदेशभर के विभिन्न राजस्व न्यायालयों में 1.40 लाख से ज्यादा प्रकरण लंबित हैं। अकेले रायपुर जिले में सर्वाधिक आठ हजार से ज्यादा मामले अटके हुए हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार इस हड़ताल की वजह से 30 से 40 प्रतिशत मामलों की सुनवाई नहीं हो पा रही है या फिर उनकी कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पा रही है। पटवारी संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि उन्हें चर्चा के लिए नहीं बुलाया गया है, जबकि प्रशासन का कहना है कि संघ वाले ही मिलने नहीं आ रहे हैं।