रायपुर । इस बात का मानसून सत्र बेहद ही हंगामेदार रहने वाला है। भाजपा विधायक दल ने 18 जुलाई से शुरू होने वाले मानसून सत्र को लेकर अभी से ही रणनीति बना ली है। इस बार के मानसून सत्र में भाजपा अविश्वासन प्रस्ताव लाने जा रही है। सोमवार को हुई विधायक दल की बैठक में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर चर्चा की गयी। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अविश्वास प्रस्ताव में समर्थन के लिए अन्य दलों के विधायकों से भी चर्चा की जायेगी। जानकारी के मुताबिक विधानसभा सचिवालय को 13-14 जुलाई को औपचारिक रूप से सूचना दे दी जायेगी। इससे पहलेचार दिन के सत्र के लिए अब तक 200 से अधिक प्रश्न जामा हो चुके हैं।
12 जुलाई से ध्यानाकर्षण सूचनाएं ली जाएंगी। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने विधायक दल की बैठक में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के संकेत दिये हैं। विधायक दल की बैठक में अगर अविश्वास प्रस्ताव लाने पर सहमति बन जाती है तो विधानसभा सचिवालय को औपचारिक रूप से इसकी सूचना दे दी जायेगी। आपको बता दें कि संख्या बल के हिसाब से अविश्वास प्रस्ताव का गिरना तय है, लेकिन विधानसभा चुनाव के इस आखिरी सत्र को भाजपा आक्रामक तौर पर तेवर दिखाना चाहती है। भूपेश सरकार के खिलाफ अगर अविश्वास प्रस्ताव आता है तो ये दूसरी बार अविश्वास प्रस्ताव होगा।
जुलाई 2022 में इससे पहले जब नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिश थे, तो उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव लाया था, उसके बाद अब नारायण चंदेल के कार्यकाल में अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी है। छत्तीसगढ़ की पांचवी विधानसभा का मानसून सत्र 18 जुलाई से शुरू हो रहा है। इस अविश्वास प्रस्ताव का मकसद सरकार की किरकिरी करना है, कराना है, क्योंकि संख्या बल के आधार पर अविश्वास प्रस्ताव में कोई दम नहीं है। यदि प्रस्ताव लाया जाता है तो 23 वर्षों के कार्यकाल में दूसरी बार एक सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा। इससे पहले डॉ. रमन सिंह सरकार के खिलाफ चौथी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव दिसंबर-17 और जुलाई-18 के सत्र में ला चुके थे। इस पांचवीं विधानसभा में पहला अविश्वास प्रस्ताव जुलाई-22 में कौशिक ला चुके हैं।